डॉ.रेकवेग होम्योपैथी आर १ से आर ८९, Reckeweg Medicine List in Hindi

Dr.Reckeweg R1 – R89 Medicines List in Hindi

डॉ. रेकवेग होम्योपैथी के विशिष्ट दवाई/औयषधियाँ  आर १ से आर ८९ (R1 to R89)  दवाई सूची – संपूर्ण एवं सुरक्षित उपचार। डॉ. रेकवेगके उत्पाद ४० से भी ज्यादा देशों में बेचें जाते हैं।

डॉ. रेकवेग होम्योपैथी जेर्मन सीलबंद होम्योपैतिक औषधियाँ – अब हमारे ऑनलाइन  होमियोपॅथी स्टोर ( होमियोमार्ट) में उपलब्द। भारत के किसी भी कोने और विदेशों से  आर्डर स्वीकार करके उसे रवाना करते हैं

 

Reckeweg R1 Drops in Hindi आर १ बूँदें- शोथ प्रदाह सम्बन्धी ड्रॉप्स
नया या पुराना स्थानिक प्रदाह जिसमें गिल्टियाँ सूज जाती है। आकस्मिक रोग संक्रमण तथा तेज बुखार।

Reckeweg R2 Drops in Hindi आर २ बूँदें-हृदय सम्बन्धी रोगों के लिए गोल्ड ड्रॉप्स 
हृदय के आँगिक तथा क्रियात्मक रोग ,ऐज़ाइना,धड़कन बढ़ना,उत्त्तेजना,हृदय की व्याकुलता तथा धुटन ,हृदय की हुई अनियमित ताल तथा हृदय विक्षिप्ति आदि लक्षणों के लिए असरदार

Reckeweg R3  Drops in Hindi आर ३ बूँदें – हृदय सम्बन्धी ड्रॉप्स 
हृदय की दुबर्लता के साथ जलीय शोथ की प्रवृत्ति| हृदय के वाल्व सम्बन्धी रोगों में ह्रतपेशीयों  की कमजोरी, हृदय का फैलना, संक्रमण के बाद ह्रतपेशीयों  की कमजोरी,हृदय प्रघात तथा अल्पतनाव आदि रोगों के उपचार के लिए।

Reckeweg R4 Drops in hindi आर ४ बूंदे -अतिसार ड्रॉप्स
सभी प्रकार के नये एवं पुराने पेट व आंतों सम्बन्धी प्रदाह में । सर्दी लगने अथवा दोषपूर्ण खान-पान के बाद ग्रीष्मकालीन अतिसार (दस्त होना) । आँतीय नजला(आँव),
आँतीय इंफ्लुएंजा बुखार के साथ अतिसार, टायफॉयड बुखार, पेचिश ।

Reckeweg R5 Drops in Hindi आर ५ बूंदे -उदर सम्बन्धी रोगों के लिए
विशेषकर पेट सम्बन्धी व्रण (Parapyloricum i.e., gastric-peptic ulcers) । अमाशय का नया एवं पुराना प्रदाह, मंदाग्नि (dyspepsia) पेट का पुराना पुनरावर्ती प्रदाह जिसके साथ पेट में घाव भी हो सकता है । हृदय में जलन, मुँह में बुरा-स्वाद, लगातार उबकाई, पेट फूलना, अफारा (Meteorism) । पेट की जलन भरी श्लेष्मिक झिल्ली पर तथा उदर की शरीर रचना-विज्ञान पर कार्य करती है ।

Reckeweg R6 Drops in Hindi आर ०६ बूँदें -इन्फ्लूएंज़ा सम्बन्धी ड्रॉप्स
शरीर दर्द ,बुखार ,सिरदर्द ,गलकोष प्रदाह ,जुकाम तथा बैचेनी आदि लक्षण नजर आने पर शीध्र इस दवा का सेवन करना चाहिए। फ्लू आदि संक्रामक रोगों से बचाव के लिए भी आप इसका प्रयोग कर सकते है।सर्वांगीण रोग संक्रमण सहित विभिन्न अंगों खासतौर से हाथ पैरो में दर्द, अवसन्नता की अनुभूति, हल्का -हल्का किन्तु लगातार बना रहने वाला सिरदर्द तथा बैचेनी अदि में उपचारकारी।

Reckeweg R7 Drops in Hindi आर ७ बूंदे -लिवर तथा पित्तशय सम्बन्धी ड्रॉप्स 
यक त एवं पित्ताशय के आंगिक तथा क्रियात्मक रोग, यकृत-रोग, पित्तशायिक रोग, पथरी, पित्त के स्राव में व्यवधान, यक त का प्रदाह (Hepatitis), पेट में सूजन, थोड़ा सा भोजन करते ही भूख गायब हो जाना, भूख का आभाव, मुँह में कडुवा स्वाद, पेट-फूलना, कब्ज़, भोजन के बाद बेचैनी (Weariness), चिड़चिड़ापन, रोगभ्रम (Hypochondria in Hindi) ।

Reckeweg R8 Cough Syrup in Hindi & R9 Cough Drops R8 Hindi -खाँसी का सिरप तथा R9 -खाँसी का ड्रॉप्स 
इनका प्रयोग नया या पुराना श्वास नलियों के प्रदाह,काली खाँसी, श्वास नलियों के दमे तथा लगातार खाँसी के दौरों में किया जाता है। ऊपरी वायु -नालियों की सर्दी, नाक, स्वरयंत्र व गलकोष का प्रदाह, खासतौर से श्वासनलियों का प्रदाह व खाँसी की प्रत्येक अवस्था। R8 का प्रयोग R9 के साथ बारी -बारी से किया जा सकता है।

Reckeweg R10 Drops in Hindi- आर १०-रजोनिव त्तिकालीन (मेनोपॉज़ सम्बन्धी)  ड्रॉप्स
नाजोनिवृत्तिकालीन तकलीफें ,अनियमित मासिक चक्र ,चेहरे पर गर्मी ,पसीने आना ,शारीरिक थकान, अवसाद, सिरदर्द, मानसिक थकान तथा उदासीनता आदि के लिए।

Reckeweg R11 Drops in Hindi आर ११ बूँदें – अस्थि रोगों के लिए
मॉसपेशियों  व हडिडयों का नया व पुराना बढ़ता हुआ दर्द, कमर दर्द , आमवतीय रोग की प्रवृत्ति आदि रोग जो नम मौसम या तापमान के बदलने पर बढ़ते है की एक विशिष्ट औषधि।

Reckeweg R12 Drops in Hindi आर १२ बूंदे -कैल्सीकरण ड्रॉप्स
धमनियों की सर्वांगीण कठोरता (arterisclerosis meaning in Hindi) तथा अत्यधिक तनाव (hypertonia meaning in Hindi) प्रमस्तिष्कीय (Cerebral) धमनियों की कठोरता, महाधमनी एवं रक्तवाहिनियों में कड़ापन, गुर्दे की नसों में कड़ापन, चलने में कठिनाई, पेट की दुष्क्रिया, बुढ़ापे की कमज़ोरी, कमज़ोर याददाश्त, रक्त संकुलन, सिर चकराना, भुलक्कड़पन, रक्तघात (apoplexy) की प्रवत्ति तथा इसके परिणाम, गलगण्ड की प्रवत्ति, अवटुुविषाक्तता (Thyreotoxi-cosis) ।

Reckeweg R13 Drops in Hindi आर १३ बूँदें – बवासीर के लिए ड्रॉप्स
बवासीर,खुजली ,दर्द, रक्तस्राव ,मलद्वार की खुजली, गुदाभ्रंश, मलद्वार का छाजन तथा अति रक्त प्रवाह आदि लक्षणों में   अति प्रभवि औषधि।

Reckeweg R14 Drops in Hindi आर १४ बूँदें- स्नायु और निंद के लिए ड्रॉप्स
अनिद्रा एवं  नींद सम्बन्धी अनेक विकार, उनींदापन , हल्की नींद, नींद गायब, सुबह के वक्त ऊँघना, दिन भर बेचेनी, शाम को प्रफुल्लता।स्नायविक बेचैनी और नाड़ीजला की अत्यधिक उत्तेजना।

Reckeweg VitaC15 in Hindi – वीटा सी १५ – स्नायु बलवर्धक – मानसिक थकान व अनिद्रा
अवसाद, उदासीनता, आत्महत्या की प्रवृत्ति, मन की संघर्षपूर्ण अवस्था के बाद स्नायविक थकान, स्नायविक सिरदर्द ,अनिद्रा , ऊर्जाशक्ति का आभाव तथा एकाग्रता में कमी आदि रोगों में प्रभावी।
सेवन विधि: 10-15  बूँदे थोडे से पानी में मिलाकर खाने से आधा घंटे पहले दिन में तीन बार सेवन करें। दो या दो से अधिक दवाऐं एक साथ लेते समय 15 मिनट का अंतर रखें।
वीटा -C15 : एक -एक चम्मच (10 ml ) दिन में तीन बार।

Reckeweg VitaC15 in Hindi-वीटा -C15- फोर्ट- शारीरिक तथा मानसिक थकान (यौन दुर्बलता )
शारीरिक थकान,चिडचिडापन , यौन कमजोरी ,ऊर्जा का  आभाव व थकान ज्यादातर पुरुष अपने जीवन में थकान ,तनाव या मदिरा आधिक्य के कारण हर्षण विफलता का अनुभव करते हैं। हर्षण विफलता से ग्रस्त पुरुष गुस्सा ,आत्मग्लानि या तनाव का अनुभव करते हैं।  जिसके फलस्वरूप यौनरुचि खत्म हो जाती हैं। तथा पारिवारिक संबंध बिगड़ते हैं।

Reckeweg R16 Drops in Hindi आर १६ बूँदें- आधे सीर्र का दर्द और स्नायु रोगों के लिए ड्रॉप्स
आधे सिर का दर्द, स्नायविक सिरदर्द,सिर की नसों में दर्द,हल्की सी ठंड लग जाने से सिर में लगातार दर्द होने के कारण अरुचि। स्नायविक चिडचिड़ापन, सिरदर्द, गर्मी व कंपकंपी  शोर व पप्रकाश के प्रति असहनीयता, लेटन पर आराम, R16 मुख्यतः सिर के एक तरफ होने वाले तेज दर्द जो ज्यादातर मतली तथा उल्टी जैसे लक्षणों के साथ होता है में उपचारकारी प्रभाव डालता है।

Reckeweg R17 Drops in Hindi और १७ बूढ़े -गांठो (Tumour in hindi) के लिए ड्रॉप्स 
सभी प्रकार की गाँठें या रसौली, घातक कैंसरमय व साध्य रसौली । रुग्ण ऊतकों को पुनः जीवित करने वाला (तपेदिक सम्बन्धी व्रण)| बाह्य एवं आंतरिक अंगों को प्रभावित करती उत्पत्तियाँ (growth) तथा एक्ज़िमा । ज्वलनशील तथा उष्ण दाने । विषम उपकलापरक उत्पत्तियाँ (Anomalous epithelial growths), परत तथा मस्से बनना|

Reckeweg R18 Drops in Hindi और १८-गुर्दो व पेशाब की थैली के लिए ड्रॉप्स
गुर्दो व पेशाब की थैली का  प्रदाह,गुर्दो व मूत्राशय में तेज चुभने वाला दर्द।

Reckeweg R19 Drops in Hindi-और १९  बूढ़े पुरुषो के ग्रंथि रोगों के लिए ड्रॉप्स
अंतःस्रावी ग्रंथियों के (Endocrine in Hindi) क्रियागत विकार, विकास में व्यवधान, पियूषिका ग्रंथि (Pituitary) की दोषपूर्ण क्रिया के कारण मोटापा,अन्यथा कम वज़न, गलगण्ड/गंडमाला/घेंघा (goiter meaning in Hindi), नेत्रोत्सेधी गलगण्ड रोग (Grave’s disease), विनाशक अरक्तता रोग (Addison’s disease), थायरॉयड ग्रंथि की क्रिया का अपूर्ण या पूर्णतः कम होने की प्रक्रिया (myxoedema) आदि ।

Reckeweg R20 Drops in Hindi -आर २० बूँदें-स्त्रियों के ग्रंथि रोगों के लिए ड्रॉप्स
अन्तः स्त्रावी दुष्क्रिया, के क्रियात्मक रोग,बढ़ते बच्चों के विकास में बाधा ,पियूषिका ग्रांथियों
के क्रियात्मक दोष फलस्वरूप मोटापा या वजन कम होना,धेंधा रोग,स्मरणा शक्ति  मे कमी, अवसाद,हीन भावना, उदासीनता दोषपूर्ण रक्त्त प्रवाह व रक्त्त संकुलता आदि रोगों मे असरदार।

Reckeweg R21 Drops in Hindi आर २१ बूँदें – रक्त एवं त्वचा विकार के लिए
पुराने त्वचा सम्बन्धी विकार में यह जैवीय आधार पर सम्पूर्ण शारीरिक गठन को प्रभावित करती है, जब इन  रोगों का इलाज प्रचलित चिकित्सा प्रणालियों द्धारा नहीं हो पता।  पुनर्सक्रियता बढ़ाने के लिए।

Reckeweg R22 Drops in Hindi आर २२ बूँदें-स्नायु दोष निवारक ड्रॉप्स
तंत्रिका सम्बन्धी व्यवधान, छाती में भारीपन की अनुभूति तथा घुटन, पेटे फूलने के बाद भी । हृदय की दर्द (Anginous in Hindi) सम्बन्धी स्थिति ।

Reckeweg R23 Drops in Hindi आर २३ बूँदें – एकीज़मा  के लिए ड्रॉप्स
नया व पुराना एक्जीमा, फुसियाँ, दादा, दाने व सुखी त्वचा के साथ पपड़ियाँ बनना आदि के उपचार के लिए।  त्वचा आमतौर पर नम रहती है। खूब खुजली होती है और मवाद भी निकलता है।

Reckeweg R24  Drops in Hindi आर २४ बूँदें- फेंफड़े की झिल्ली का प्रदाह, पसलियों की अन्दरुनी नाड़ियों में दर्द
फेफड़ो की झिल्ली का प्रदाह, सीरमी झिल्लियों के प्रदाह के साथ डंक लगने जैसा दर्द । उपांत्र का प्रदाह (Appendicitis in Hindi), अंडाशय का प्रदाह, उदरावरण का प्रदाह, हृदयावरण का प्रदाह आदि, तीक्ष्ण संधिशोथ (Arthritis in Hindi) तथा बहु-संधिशोथ (Poly arthritis)।

Reckeweg R25 Drops Hindi-आर २५ बूँदें- ग्रंथि प्रदाह के लिये
मूत्र त्याग के दौरान तेज दर्द ,रात को बार-बार मूत्र त्याग की आवश्यकता, प्रोस्टेट की समस्या 45 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों मे आम पायी जाती है।

Reckeweg R26 Drops in Hindi-आर २६ बूँदें-बीमारी के बाद की कमजोरी में विशेष उपयोगी
कमज़ोर शरीर की बचावकारी प्रणली को उद्दीप्त करती है । निम्नलिखित तत्वों की प्रभावशाली के माध्यम से शरीर प्रतिरोधक शक्ति बढ़ जाती है।

Reckeweg R27 Drops in Hindi- आर २७ बूँदें+ गुर्दो की पथरी के लिए
गुर्दो की पथरियाँ,  गुर्दो में तेज दर्द, चुभन लाल तथा चिपचिपा मूत्र, पेशाब में आक्जैलिक एसिड व पथरी।

Reckeweg R28 Drops in Hindi – आर २८ बूँदें – पीड़ाप्रद मासिक स्त्राव, ऋतुरोध के लिए
अत्यधिक रक्त्त स्त्राव के कारण आती दुबर्लता, गर्म अनुभूति के बाद पसीना,ऋतुस्त्राव न होना या बहुत कम होना।

Reckeweg R29 Drops in Hindi -आर २९ बूँदें सिर चकराना, मूर्च्छा के लिए
विभिन्न प्रकार की स्थितियों द्वारा उत्पन्न सिर चकराना । आनवांशिक रोग का चक्कर (Menier’s disease), मस्तिष्कीय धमनियों की कठोरता के परिणाम स्वरुप प्रमस्तिष्कीय वाहिका सम्बन्धी, अवरोध स्नायु-जाल (ANS) पर निर्भर संचरण सम्बन्धी अवरोध । यात्रा से रुग्णता (travel sickness) । बस यात्रा के दौरान चक्कर और उल्टी आना।

Reckeweg R30 Drops in Hindi-आर ३२ बूँदें – बहुउददेशीय  मरहम
पीड़ा ग्रस्त मॉसपेशियो व जोड़ों पर लगाएँ इससे सूजन कम होगी। यह आधात के कारण लक्वा, चेहरे का लक्वा जोड़ों के आसपास प्रदाहयुक्त सूजन, निल पड़ना,पेशियों में दर्द, मोच, फोड़े  तथा फुसियों के उपचार हेतु अति प्रभावशाली मरहम।

Reckeweg R31 Drops in Hindi -आर ३१ बूँदें-भूख तथा रक्त पूर्ति बढ़ाती है।यक त को शक्तिशाली बनाती है
खून की कमी, भूख न लगना, विशेषकर बच्चों में अक्सर उदर की सूजन के साथ। तीक्ष्ण रोगों के कुपरिणाम।

Reckeweg R32 Drops Hindi-आर ३२ बूँदें-विभिन्न कारणों से अत्यधिक पसीना आना
अनावश्यक पसीना। रजोनिवृत्तिकालीन गर्मी की चोध, साथ है पसीना। संक्रामक रोगों तथा बुखार में अत्याधिक पसीना। गर्म,ठण्डा व चिपचिपा पसीना।

Reckeweg R33 Drops in Hindi-आर ३३ बूँदें-मिरगी का उपचार
मिरगी व मिरगी के दौरे, स्नायविक चिड़चिड़ापन तथा ऐंठन आदि रोगों में उपयोगी।

Reckeweg R34 Drops in Hindi आर ३४ बूँदें-हडिड्यों के गठन पर क्रियाशाली, पुन: कैल्सीकरण ड्रॉप्स (हडिडयों के उपचार के लिए)
काल्सियममय ऊतकों तथा हडि्डयों के विकास में बाधा, अस्थि- प्रणाली में विकृति जन्य लक्षण (Pathological characteristics); अध्यास्थिता (exostosis in hindi), अस्थि-आवरणशोथ (Periostitis in hindi),  हडि्डयों का भुरभुरापन, आस्थिम दुता, हड्डियों का टेढ़ा-मेढ़ा होना (rickets in hindi), नितंब-संधिशोथ (coxitis) तथा जोड़ों का प्रदाह (arthritis), साथ ही केन्द्रित मज्जा (पूरक औषधि के रूप में ) ।

Reckeweg R35 Drops in Hindi-आर ३५ बूँदें-दाँत निकलने मई दर्द की औषधि
दाँत निकलते समय दर्द, दाँत सम्बन्धी ऐंठन, देर से दाँत निकलना।

Reckeweg R36 Drops in Hindi-आर ३६ बूँदें-नस-नाड़ियों के रोग, नर्तन रोग, अंत कम्पन
विभिन्न कारणवश आसपास की घटनाओं के प्रति बच्चों के तंत्रिका तंत्र की अतिसंवेदनशीलता (over-sensitivity), स्नायु रोग (nervous diseases) जैसे नर्तन रोग (St. Vitus’ dance), इन सबका उपचार निर्विषीकरण वाली मध्यम क्रियाशीलता की दवा जो R 36 जैसी होम्योपैथिक औषधि पर आधारित हो से सम्भव है ।

Reckeweg R37 Drops in Hindi-आर ३७ बूँदें- आँखों के दर्द के लिए
पेटफूलने के साथ पेट में दर्द, अफारा (Meteorism), पेशाब में पोर्फिरिन पदार्थ जाना (Porphyrinuria), आंतों में दर्द, विभिन्न कारणों से होने वाली पेट की मरोड़ जो पेशाब में पोर्फिरिन पदार्थ जाने (Porphyrinuria) तथा यकृत-रोग का लक्षण है। यकृत का सूत्रण रोग (Cirrhosis of liver), पैत्तिक शूल; सीसा-विष के कारण होने वाला पेट दर्द, पीड़ा-युक्त मासिकधर्म; वृक्कीय शूल (Renal colic) के लिए पूरक उपचार। पुराने कब्ज़ की शिकायत को धीरे-धीरे नियमित करती है।

Reckeweg R38 Drops in Hindi-आर ३८ बूँदें-दाहिनी और के उदर विकारों की औषधि
दाईं ओर के अंडाशय सम्बन्धी रोग (complaints of right ovary), अंडाशय में जलन, स्वरयंत्र की पानी वाली सूजन (Oedema of the larynx), स्टिंक्स (Stynx) के कुप्रभाव तथा अपेंडिक्स (appendicitis) में शोथ की शुरुआत, दाहिने गुर्दे की बीमारियाँ।

Reckeweg R39 Drops in Hindi-आर ३९ बूँदें- बार्यी और के उदर की औषधि
बायीं और के अंडाशय सम्बन्धी रोग (Left sided ovarion complaints), श्रोणी-संयोजी ऊतकों का प्रदाह तथा जरायुजाल (Annexes) के रोग। रसौली, जलन एवं व्रण।
जलन की स्थितियों में लाभकारी; जरायुजाल प्रदाह (Annexitis), डिंब-वाहिनी शोथ (Salpingitis), श्रोणी-संयोजी ऊतकों के प्रदाह (Parametritis) तथा अण्डाशय की रसौली (Ovarian cyst)।
शल्य-चिकित्सा (Surgical operation) का निर्णय लेने के पूर्व इस दवा को आजमाना चाहिए, साथ ही शल्य-चिकित्सा के बाद खराब क्षतचिन्हों की स्थिति में भी, तथा श्रोणी-संयोजी ऊतकों के प्रदाह (बायीं ओर)आदि रोगों में भी इस औषधि का प्रयोग करें। दाहिना भाग प्रभावित होने पर R 38 आजमाना चाहिए।

Reckeweg R40 Drops in Hindi-आर ४० बूँदें- मधुमेह का उपचार
मधुमेह,संघातिक अरक्तता तथा रक्त एवं ग्रथीय प्रणाली में होने वाले विघटनकारी परिवर्तन जैसे श्वेताणु रक्तता अथवा ल्यूकेमिया, खून की कमी,लसिकाकणिकागुल्मता, किंतु विशेषकर मधुमेह के उपचार के लिए| मधुमेह, धातक अरक्तता(खून की कमी) एवम विकार की अवस्था। रक्त तथा ग्रंथियों में कोन्द्रित की अवस्थाएँ जैसे ल्यूकेमिया, रक्तहीनता, लसीकाकणिकागुल्मता (lymphogranulomatosis) परन्तु विशेषकर मधुमेह के उपचार के लिए। R40 दूसरी श्रेणी के लक्षणों को कम करता है जैसे कि चिंता, तनाव, गुस्सा आना ,वादी, भूख न लगना, खाने के प्रति अरुचि,अधिक प्यास लगना, खुजली, बेचेनी अदि। यदि रोगी इसुलिन आश्रित है तो भी R40 के लम्बे समय तक उपयोग के पश्चात इंसुलिन की मात्रा कम की जा सकती है। उपयोग ; 10 -15 बुँदे खाने से पहले पानी में मिलाकर दिन में तीन बार। इस औषधि का सेवन लम्बे समय तक एवं नियमित रूप से करे। सुधार होने पर इसका सेवन दिन में दो बार कर दे।

Reckeweg R41 Drops in Hindi-आर ४१ बूँदें – यौन सम्बंधी स्नायुओं की दुर्बलता के लिए
लैगिक दुर्बलता, वीर्यपात , पुरुषों में संर्वागीण दुर्बलता ,अत्यधिक कार्य ,अत्यधिक उत्तेजना, स्नायविक दुर्बलता आदि के दुष्परिणाम।

Reckeweg R42  Drops in Hindi-आर ४२ बूँदें-शिराओं सम्बन्धी स्थिरता, शिरा का फैलना या सूजन शिराओं की जलन
शिरायें स्थिर  हो जाना, फूल जाना, निचले अंगों की शिराओं में भारीपन की अनुभूति के साथ अवरोघ तत्प्श्चात एक्जिमा व खुजली।

Reckeweg R43 Drops Hindi-आर ४३ बूँदें – दमे की औषधि
श्वास नलियों के दमे के लिए संरचनात्मक औषधि। श्वास दमा व दमाजनित  श्वसनलियो का प्रदाह। श्वास-दमा का सारभूत उपचार।

Reckeweg R44 Drops in Hindi-आर ४४ बूँदें-रक्त संचरण के विकार (दुर्बलता) निन्न रक्त चाप
क़्त प्रवाह में दुर्बलता व अल्प रक्तचाप| हृदय की दुर्बलता,फलस्वरूप आलस आना।

Reckeweg R45 Drops in Hindi-आर ४५ बूँदें- कंठनली तथा श्वास सम्बन्धी ऊपरी अंगो के विकार
गले की खराश -जो अक्सर गायकों ,अभिनेताओं ,शिक्षकों तथा वक्ताओंको  को प्रभावित करती है। कंठनली का नजला साथ में घाव की अनुभति।

Reckeweg R46  Drops in Hindi-आर ४६  बूँदें- बांहो तथा हाथों के आमवात में
बाँहो तथा हाथों का आमवात और गठिया साथ ही जोड़ों की सूजन के उपचार हेतु विशिष्ट  औषधि।

Reckeweg R47 Drops in Hindi-आर ४७ बूँदें- वातोन्माद या हिस्टीरिया सम्बन्धी सभी रोगों में
वायु गोला (Hysteric ball)। उदर से गले तक सिकुड़न तथा हलचल। शोर के प्रति संवेदनशीलता, रोगभ्रम तथा स्त्रियों में वातोन्माद (Hysteria)। अन्य वातोन्माद (Hysteria) सम्बन्धी संवेदनायें, रात में घुटन, गले में स्पंदन तथा संकुचन। मासिक धर्म से पहले रोगवृध्दि।

Reckeweg R48 Drops Hindi-आर ४८ बूँदें – फेफड़ों के रोग
श्वास दमा , फेफड़ों की पुरानी सर्दी ,अत्यधिक धूम्रपान के कारण होने वाली खाँसी ,फेफड़ों  की कमजोरी व फेफड़ों की टी० बी० की प्रारम्मिक अवस्था आदि में प्रभावी औषधि।

Reckeweg R49  Drops in Hindi-आर ४९ बूँदें-तीव्र एवं पुराना नज़ला, नाक का प्रदाह
नया व पुराना नजला ,साइनस का प्रदाह। बच्चों की नाक में पालीप बनना,गंध व स्वाद का लोप।

डॉ. रेकवेग बच्चों के लिए

डॉ. रेकवेग स्नायु के लिए

R1 सूजन बुखार व टांसिल के लिए ड्रॉप्स R14 स्नायु एवं नींद के लिए
R6 सर्दी खांसी तथा बुखारलिए R16 सिर का दर्द
R35 दांत का दर्द R36 अंग कम्पन्न एवं नस नाडीयों के रोग के लिए
R56 पेट के कीड़े निकालने के लिए R54 मस्तिष्क के क्रियात्मक रोग तथा याददाशत
R52 उलटी मिताली, यात्रा रोग के लिए R42 नसों की खटोरता, फैलना व जलन के लिए
R31 भूक रक्त तथा पाचन शक्ति भडाती R33 मिरगी के उपचारके लिए
R62 खसरा श्लेष्मिक क्षिल्ली की सूजन के लिए R70 नस व नाड्यों का दर्द
R74 नींद में पेशाब करना

डॉ. रेकवेग स्त्री के लिए

डॉ. रेकवेग श्वास के लिए

R10 अनियमित मासिक चक्र R8 खासीं के लिए सिरप
R20 स्त्री ग्रन्थी रोगों के लिए ड्रॉप्स R9 खासीं के लिए ड्रॉप्स
R28 पीड़ादायक मासिक स्त्राव, ऋतुरोधके लिए R43 दमे की औषधि
R50 स्त्रीरोग एवं त्रिक श्रेणि रोगों के लिए R45 गले की ख़राश, बैठा हुआ गला
R75 काष्ठदायक मासिक धर्मके लिए R48 फैफडों के रोग
R15 मानसिक शान्ति R49 साईंनस, नाक का प्रदाह
R84 ऐलर्जी ड्रॉप्स

डॉ. रेकवेग ह्रदय के लिए

डॉ. रेकवेग जीवन शैलीके लिए

R2 ह्रदय टॉनिक (गोल्ड ड्राप्स) R14 नींद के लिए ड्राप्स
R3 वाल्व सम्बन्धी ह्रदयरोगों के लिए R16 सिर का दर्द
R44 निम्न रक्त चाप के लिए R40 मधुमेह ड्रॉप्स
R66 अनियमित ह्रदय गति के लिए R59 मोटापा रोधक
R67 रक्त संचारण की क्षीणता के लिए R89 बालों के गिरने एवं झड़ने की समस्या के लिए
R85 उच्चा रक्त चाप के लिए के लिए

डॉ. रेकवेग त्वचा के लिए

डॉ. रेकवेग हद्दीयों के लिए

R13 बवासीर के लिये R11 पीठ दर्द
R21 रक्त एवं त्वचा विकार के लिए R30 बहु उद्देशीया मरहम
R23 एक्जीमा (ऐकिजामा) ड्रॉप्स R34 पुनः कैल्सीकरणड्राप्स
R32 अत्यधिक पसीना आना R46 बाहों तथा हाथों के दर्द में
R53 मुंहासें, फुंसियां R55 सभी प्रकार की चोटों व घावोंके लिए
R60 रक्त शोधक R63 मसँपेशियों में एेंठन
R65 सोरियासिस ड्रॉप्स R69 पसलियों के बीच होने वाले दर्द के लिए
R68 हर्पीज ड्रॉप्स R71 सायटिका (नस की दर्द) ड्राप्स

Reckeweg R50 Drops Hindi-आर ५० बूँदें – स्त्रि रोग एवं त्रिकश्रोणि सम्बन्घी रोगों में
त्रिकश्रोणि, रीढ़ की हडडी आदि में विभिन्न प्रकार के दर्द जो ज्यादातर पेट के रोगों के कारण होतें हैं।

Reckeweg R51 Drops in Hindi-आर ५१ बूँदें- थायरॉयड विषाक्तता
अवटुविषाक्तता (Thyreotoxicosis), नेत्रोत्सेधी गलगण्ड (Base-dow’s Disease), आँख के गोले का फैलाव (exoph-thalmia), थायरॉयड ग्रंथियों का विषीकरण (intoxication), साथ में हाथों में कँपकँपी, “नेत्रोत्सेधी गलगण्ड नेत्र (goggle-eye)”, पसीना, अन्ततः दस्तों की शिकायत होना तथा शरीर कमजोर होते जाना।

Reckeweg R52 Drops in Hindi-आर ५२ बूँदें- उलटी, मतली, यात्रा रोग
मतली (nausea), जी मिचलाने की अनुभूति (जैसे वाहन चलाते समय या उड़ान भरते समय), समुद्री यात्रा की बेचैनी, गर्भावस्था में मतली (शामक प्रभाव)। अन्य विकारों के कारण उत्पन्न उबकाई जैसे संवहन की कमजोरी, क्षय या कुपोषण के शिकार बच्चे या जठरीय अम्लपित्त आदि।
नवजात शिशुओं तथा बच्चों द्वारा एसिटोनिय उल्टी। शराब पीने वालों की सुबह उठने पर उल्टी तथा पेट की सर्दी। ठंडा पसीना तथा मतली विशेषकर संवहन की दुर्बलता में तथा पित्त शूल के पूर्व। गुर्दों में दर्द के साथ उल्टी में, अंडाशय में व्रण के कारण उल्टी में, आँतीय मरोड़ तथा शूल, अफारा के साथ मतली और उल्टी में पूरक औषधि है।

Reckeweg R53 Drops in Hindi-आर ५३ बूँदें- यौवनारंभ में  मुँहासे, दानें
सामान्य  मुहाँसे, फुँसियाँ  त्वचा  के  सपूय या विवमय रोग, त्वचा के पिबमय रोग, छाजन व त्वचा का प्रदाह। एक्जीम तथा त्वचा के प्रवाह में अति प्रभावी  औषधि।

Reckeweg R54 Drops in Hindi-आर ५४ बूँदें-मस्तिष्क के क्रियात्मक रोग
मसितष्क क्रिया के  अनेक दोष, याददाश्त की कमजोरी।  स्कूली बच्चों का दोषपूर्ण आत्मिक विकास, विरकित आलस व थकान

Reckeweg R55 Drops in Hindi आर ५५ बूँदें – सभी प्रकार की चोटों, घावों का इलाज
सभी प्रकार की चोटें हडडी टूट जाना,मोच बंदूक की गोली या तेज शास्त्र से लगाघाव साथ ही खून बहना। सभी प्रकार के घावोँ के लिए उपचारकारी प्रभाव।

Reckeweg R56 Drops in Hindi आर ५६ बूँदें – पेट के कीड़ो को बहार निकलने वाली औषधि
सभी प्रकार के कीड़े (Worms), छोटे आंतीय कीड़े तथा लम्बे सूत्रीय कीड़े। फीताकमि द्वारा माँस के सड़ने-गलने वाली प्रक्रिया की अवस्था में एक सहायक औषधि।

Reckeweg R57 Drops in Hindi आर ५७ बूँदें-फेफड़ों को शक्ति देने वाली औषधि
मृदु-ऊतक सम्बन्धी अंगों, विशेषकर फेफड़ो की कमजोरी, जिसका ज्ञान लगातार पीठ की कमज़ोरी, रात में पसीना आना, सर्दी के प्रति संवेदनशीलता, रक्त संचार में गड़बड़ियां (जैसे ठण्डे पैर) भूख का अभाव, पीलापन तथा रक्त की कमी के कारण चेहरा मुरझा जाना जैसे लक्षणों से होता है।

Reckeweg R58 Drops in Hindi आर ५८ बूँदें-जलशोत रोधक, गुर्दे की र्किया को तेज करने वाली औषधि, हृदय एवं गुर्दो की पूरानी बिमारियों के लिए
ह्रदय की माँसपेशियों की दुर्बलता तथा टाँगों की पानी वाली सूजन एवं जलीयशोथ (Oedema) प्रकट होना। ह्रदय की माँसपेशियों की दुर्बलता के कारण पेट में लगातार पानी भर जाने की शिकायत और गुर्दों की पुरानी बीमारियों (Chronic renal failure) विशेष प्रभावकारी।
गुर्दे के जलीयशोथ में भी प्रभावकारी हो सकता है।

Reckeweg R59 Drops in Hindi आर ५९ बूँदें-मोटापा रोधक; मोटापा घटाने में प्रभावी
मोटापा, ग्रथियों से होने वाले स्त्राव की त्रुटिपूर्ण क्रिया के कारण वजन बढ़ने की प्रवृत्ति। प्रारंभिक गलगण्ड को रोकने में भी प्रयोग किया जा सकता है।
मोटापा, वजन बढ़ने की प्रवृति। ग्रंथीय स्त्राव की दुष्क्रिया के कारण वजन में वृद्धि को रोकने तथा प्रारभिक स्तर के गलगण्ड (गोइटर )को रोकने में प्रभावशाली। पूर्ण रूप से इस औषधि का वसीय पाचन पर प्रेरक प्रभाव देखा गया है। ऊतक (टिशू )में वसा के दहन एवं पानी के आधिकय को कम करना एवम थाईरॉड ग्रंथि पर नियमन में R59 कारगर है।
वजन कैसे घटाएँ?
अपने आहार की मात्रा को नियंत्रित करे ,तथा शारीरिक क्रियाकलाप में वृद्धि से कैलोरी में कमी होगी फलस्वरूप आपका वजन कम होगा।
उपयोग ; दिन में 2-3 बार 10 -15 बुँदे आधे कप पानी में मिलाकर लें।
अत्यधिक वजन में दिन में 4-5 बार ले।

Reckeweg R60 Drops in Hindi आर ६० बूँदें – रक्तशोधक (ख़ून साफ करने की दवा)
विभिन्न प्रकार के रोगों में खून साफ करती है। त्वचा की अशुद्दतायों व युवक- युवतियों के चेहरे पर निकलने वाले फुसियोँ को साफ करती है।

Reckeweg R62 Drops in Hindi आर ६२ बूँदें – श्लेष्मिक झिल्लियों की सूजन (खसरा की औषधि)
श्लेष्मिक झिल्लियों की सभी प्रकार के शोथ को कम करने के लिए, विशेषकर आँखों की शोथ, खसरा।

Reckeweg R63 Drops in Hindi आर ६३ बूँदें – रक्त प्रवाह में रुकावट के लिए औषधि
रक्त प्रवाह में रूकावट, तथा मॉसपेशियों की ऐंठन या सुन्नपन के लिए उपचारकारी।

Reckeweg R64 Drops in Hindi आर ६४ बूँदें – पेशाब में अलब्युमिन या धात जाने पर
पेशाब में अलब्यूमिन  व प्रोटीन आने पर,  गुर्दो  की कठोरता तथा  गुर्दो  के पुराने रोगों के उपचार में उपयोगी।

Reckeweg R65 Drops in Hindi आर ६५ बूँदें – सोरियासिस की औषधि (त्वचा पर लाल चकत्तों के लिए)
यह सोरियासिस, एकिजमा, खुजली, शुष्क त्वचा आदि रोगों में ली जाती है।  सोरियासिस में त्वचा लाल, छिलकेदार होती है। छिलने व कुरेदने पर पपड़ी निकल आती है तथा खुजली होती है। रोगी बैचेनी व तकलीफ अनुभव करता है।  लोगों से मिलने जुलने में संकोज करने लगता है।

Reckeweg R66 Drops in Hindi आर ६६ बूँदें-अनियमित हृदय गति के लिए
हृदय ताल मे व्यवधान, ह्रतपेशीयों के अपजननात्मक रोगों के कारण होने वाले संवहन दोष, एडम स्टोक लक्षण व हृदय की मंदगतिक अवस्था के साथ मिरगी या रक्ताघात आदि लक्षणों में प्रभावी औषधि।

Reckeweg R67 Drops in Hindi आर ६७ बूँदें -रक्त परिसंचरण की क्षीणता के लिए
रक्त प्रवाह में व्यवधान,हृदय गति रुक जाने के कारण हृदय जनित आघात,सिर चकराना तथा गहरी बेहोशी की प्रवृत्ति के साथ पुराना रक्त प्रवाह सम्बन्घी व्यवधान,संक्रामक रोग तथा चोट के पश्चात रक्त प्रवाह सम्बन्घी व्यवधान आदि लक्षणों के उपचार के लिए प्रभवि औषधि।

Reckeweg R68 Drops in Hindi आर ६८ बूँदें-हर्पीज ड्रॉप्स
परिसर्पीय दाद में (Herpes Zoster),छोटी माता या चेचक जैसे दाने (Chickenpox) आदि रोगों का उपचार करती है।

Reckeweg R69 Drops in Hindi आर ६९ बूँदें-पसलियों के बिच होने वाले दर्द के लिए
पसलियों की अन्दरूनी नाड़ियों व पसलियों  के बीच होने वाला दर्द।

Reckeweg R70 Drops in Hindi आर ७० बूँदें-स्नायु-शूल के लिए
शरीर के विभिन्न भागों में होने वाला स्नायुशूल।
सेवन विधि : 10-15 बुँदे थोड़े से पानी में मिलाकर खाने से आधा घंटे पहले दिन में तीन बार सेवन करे। दो या दो से अधिक दवाऐं एक साथ लेते समय 15 मिनट का अंतर रखें।

Reckeweg R71 Drops in Hindi आर ७१ बूँदें-सायटिका (नस का दर्द) ड्रॉप्स
कशेरुकीय चक्रों का अपने स्थान से हट जाने के परिणामस्वरूप होने वाला सायटिका। सुन्नपन , टाँगों में चींटी चलने जैसी रेगन।

Reckeweg R72 Drops in Hindi आर ७२ बूँदें-पाचन ग्रंथि या अग्न्याशय रोग के लिए
पाचक ग्रंथि का प्रदाह (Pancreatitis), पाचन रस थैली के रोग,अग्नाशयशोथ

Reckeweg R73 Drops in Hindi आर बूँदें -जोड़ो के दर्द के लिए
हडिडयों के जोड़ों के आसपास प्रदाहयुक्त सूजन विशेषकर बड़े जोड़ों के,घुटने तथा कूल्हे के जोड़ों का प्रदाह ,कशेरुकाआ  की हडिडयों के जोड़ों का प्रदाह।

Reckeweg R74- Drops in Hindi आर ७४ बूँदें-नींद में पेशाब निकल जाने पर
नींद में  पेशाब करना, मूत्राशय की कमजोरी। यह औषधि तांत्रिक सम्बन्धी तथा कमजोर रोगियों के स्वास्थ्य में सुधार लाती है। मूत्राशय की क्रियाओं को नियंत्रित करने वाली प्रेरक तंत्रिकाओं पर प्रभाव डालती है।
सेवन विधि :- 10 -15 बुँदे थोड़े से पानी में मिलाकर खाने से आधा घंटे पहले दिन में  तीन बार सेवन करें।

Reckeweg R75 Drops Hindi-आर ७५ बूँदें-पीड़ाप्रद मासिक धर्म के लिए
पीड़ाप्रद मासिक, प्रसव पीड़ा तथा मरोडयुक्त्त पीड़ा ,मे असरदार। यह दवा महिलायों के प्रजनन अंगों पर असर करती हैं और पीड़ा व ऐंठन के प्रतिरोधक का काम करती है।

Reckeweg R76 Drops in Hindi आर ७६ बूँदें-दमा रोग के लिए फोर्टे ड्रॉप्स
दमा की संरचनात्मक चिकित्सा अथवा पूर्ण इलाज के लिए एक प्रमुख औषधि।

Reckeweg R77 Drops in Hindi आर ७7 बूँदें-धूम्रपान निरोधक ड्रॉप्स
धूम्रपान छुड़ाने के लिए धूम्रपान के दुष्प्रभाव, अधिक धूम्रपान के कारण सिरदर्द त्तपश्चात मतली, पेट दर्द ,कब्ज,लीवर सम्बन्धी तकलीफें,तथा हृदय की धड़कन बढ़ना आदि रोगों के उपचारहेतु।

Reckeweg R78 Drops in Hindi आर ७८ बूँदें-आँखों की रक्षा के लिए मौखिक ड्रॉप्स
आँखों की श्लेष्मिक झिल्ली का पुराना प्रदाह अथवा आँख आना (Conjunctivitis), पलकों का प्रदाह (Blepharitis), गुहेरी, आँखों की श्लेष्मिक झिल्ली का जुकाम सम्बन्धी प्रदाह, आँखों की थकान, धुंधलापन, दोहरा दिखाई देना, प्रारंभिक मोतिया बिंद।

Reckeweg R81 Drops in Hindi आर ८१ बूँदें-दर्द निवारक
सिरदर्द, वातशूलीय दर्द, मांसपेशियों का दर्द, जोड़ों की पीड़ा

Reckeweg R82 Drops in Hindi -आर ८२ – बूँदें माइकॉकस-फफूँद निरोधी ड्रॉप्स
फफूंद संक्रमण जैसे दाद, अरुमूल सम्बन्धी खुजली, (Jockitch) पैरों की दाद, हाथ-पैरों की चमड़ी से सफेद पपड़ियां झड़ना, गले में छाले, कष्ट (Soreness), कान में खुजली के साथ दर्द, उँगली के नाखूनों के नीचे सफेद – रंगहीनता, योनि-सम्बन्धी संक्रमण अथवा अन्य फफूंद सम्बन्धी त्वचा। रोगी में थकावट, चिड़चिड़ापन, अस्पष्ट विचार, एकाग्रचित्तता का अभाव, सामान्य असंतोष, मीठे की लालसा, पेट फूलना आदि लक्षण होते हैं। एलर्जिक प्रकृति की संवेदनशीलता बढ़ती है

Reckeweg R83 Drops in Hindi -आर ८३- बूँदें-आहार एलर्जी निरोधी ड्रॉप्स
भोजन से विषाक्तता (खान-पान से एलर्जी) जिसे फ़ूड एलेर्जी कहा जाता है

Reckeweg R84 Drops in Hindi – आर ८४ – बूँदें साँस द्वारा एलर्जी
श्वास प्रक्रिया के साथ अंदर जाने वाले दूषित पदार्थो के कारण होने वाला दमा आदि रोगों के उपचार के लिए|
यह फार्मूला एलर्जी  पैदा करने वाले त्तवों  द्धारा उत्तेजित अत्यधिक रोग प्रतिरोघक क्षमता की प्रतिक्रिया के लिए प्रतिजन संवेदनहीनता प्रदान करता है। उपयोगी।सेवन विधि :- 10 -15  बुँदे थोड़े से पानी में मिलाकर  खाने से आधा घंटे पहले दिन में तीन बार सेवन करें। दो या दो से अधिक दवाऐंएक साथ लेते समय 15 मिनट का अंतर रखें।

Reckeweg R85 Drops in Hindi -आर ८५ बूँदें-उच्च रक्त चाप सम्ब्न्धी ड्रॉप्स
प्रकुचनीय  रक्तचाप 140 से ऊपर या अनुशिथिलनीय रक्तचाप 90 से ऊपर हो।
प्रयोगविघि :- 10 -15 बुँदे थोड़े से पानी में मिलाकर खाने से आधा घंटे पहले दिन में तिन बार सेवन करें।
दो या दो से अधिक दवाऐं एक साथ लेते समय 15 मिनट का अंतर रखें।

Reckeweg R86 Drops in Hindi -आर ८६ बूँदें-निन्न रक्त शर्करा संबन्धी ड्रॉप्स
थकान, अवसाद (भोजन के बाद), चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, भोजन की लालसा, एकाग्रचित्तता का अभाव, खाने से लक्षणों में आराम, उत्तेजक पदार्थों की लालसा, एड्रीनल की अल्प क्रिया अथवा अन्य निम्न रक्त शर्करा सम्बन्धी लक्षण

Reckeweg R87 Drops in Hindi -आर ८7 बूँदें-रोगाणु नाशक ड्रॉप्स
जीवाणु सम्बन्धी संक्रमण, आंतरिक अथवा बाह्य। कमजोर रोग प्रतिरोधक प्रणाली अथवा जीवाणु सम्बन्धी अंतःसंचरण से बचावकारक के रूप में।

Reckeweg R88 Drops Hindi -आर ८८ बूँदें-विषाणु नाशक ड्रॉप्स
कोई भी विषाणु सम्बन्धी रोग, जैसे खसरा, मोनोन्यूक्लियोसिस (Mononucleosis), हर्पीज, फ्लू आदि रोगों में।

Reckeweg R89 आर ८९ बूँदें – बालों के गिरने एवं झड़ने की समस्या के लिए
बाल गिरना, गंजापन, समयपूर्व बाल गिरना, समयपूर्व बाल सफेद होना, कमजोरी, अत्यधिक तला हुआ भोजन करने की इच्छा, सिरदर्द।  अनुपयुक्त वसायुक्त अम्ल तथा वसा उपापचय या अशुध्द रक्त के कारण गंजापन या केशाभाव  हो सकता है। ऐलोपेशिया, गंजापन, असमय बाल गिरना , असमय सफेद होना , निर्बल बाल। संसाधित खाध पदार्थों का आधिक्य, सिर दर्द, असंगत वसीय अम्ल तथा वसा का असंगत पाचन और अशुध्द रक्त के कारण ऐलोपेशिया तथा गंजापन हो सकता है। हेरिडिटी के कारण भी गंजापन हो सकता है किन्तु नेजवानों में इसका कारण असगत जीवन शैली तथा असंतुलित आहार है। वसीत अम्ल ऐसे हार्मोन एवम विषैले तत्वों को प्रभावहीन करते है जिसके कारण बाल झड़ते है।
संतुलित आहार ग्रहण करना अनेक कारणों से महत्वपूर्ण है और संतुलित आहार आपके बालों के लिए भी लाभप्रद है।
अपने बालों की अच्छी तरह देखभाल करे। दिन में केवल एक बार बाल धोए, इसके लिए किसी भी सौम्य शैम्पु का प्रयोग करे। सुखाते समय तौलिए से जोर से न रगड़ें। इससे आपको फायदा होगा।
उपयोग ; 20 बुँदे पानी में मिलाकर दिन में तीन बार खाना खाने के बाद ले। गंजे स्थल पर लगभग 5 मिनट इससे मालिश करे। ऊतम परिणाम के लिए इसका प्रयोग लम्बे समय तक करे।

सिनेरेरिया आई ड्रॉप्स -अल्कोहल रहित
डॉ रेक्वेग का सिनेरेरिया आई ड्रॉप्स बुढ़ापे में दर्दभरी शल्य चिकित्सा तथा अधिक समय तक पढने, टीoवीo  देखने ,पर्यावरणीय धूल, धुऑ, आँखों की लाली तथा आँखों की फ्लू आदि से आँखों में तनाव से बचाव करना है।  यह बच्चों भी प्रयोग कर सकते है।

बच्चों के दाँत निकलना सुगम बनाती है। -कलकेरिया फॉस
इसके सेवन से दाँत निकलते समय होने वाले बैचेनी, चिड़िचिड़ाहट आदि लक्षणों में राहत मिलती है।

टाँसिल-R 1
बच्चों में पुराना टाँसिलप्रदाह, गलकोष की तीक्ष्ण लालिमा के साथ सूजन , साथ ही तेज दर्द।

उल्टी, मतली, यात्रा रोग- R 52 मतली, अस्वस्थता की अनुभूति (विशेषकर यात्रा के समय ), समुद्री- रोग तथा उल्टी

पेट के कीड़ों को बाहर निकालने के लिए- R 56
सभी प्रकार के कीड़े, रात को सोते समय दाँत किटकिटाना, जल्दी चौक जाना, अंग फड़फड़ाना, नाक में खुजली करना।
सेवन विधि ;- 7 साल से कम उम्र के बच्चों को 5 बुँदे थोड़े से पानी में दिन एक बार ,7 साल से बड़े उम्र के बच्चों के लिए -10 बुँदे दिन में एक बार ,12 साल से बड़े उम्र के बच्चों के लिए -10 बुँदे दिन में दो बार थोड़े से पानी में।

दो या दो से अधिक  दवाऐं एक साथ लेते समय 15 मिनट का अंतर रखें।

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136 विचार “डॉ.रेकवेग होम्योपैथी आर १ से आर ८९, Reckeweg Medicine List in Hindi&rdquo पर;

    1. पुरुषों मैं शारिरीक और मानसिक तनाव और कमजोरी की वजह से इरेक्टाइल डिसफंकशुन या लिंग में उत्तेजना कम हो जाती है। होम्योपैथी में आग्नस कास्टस, सेपिया , दामियाना , सेलेनियम जैसे कई जडी बूटियां है जो इसे ठीक कर सकती हैं। नपुंसकता (पुरुषत्व में खामियाँ) संबधित चिकित्सा के लिए हमने दवाएँ सूची प्रकाशित किया है, इसे पढ़ें और डॉक्टर से सलह -मशुवरा करके लें

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      1. उपचार की अवधि समस्या की गंभीरता और इसके लक्षणों पर निर्भर करती है। यह कुछ हफ्तों से महीने तक भी हो सकता है. कृपया डॉक्टर से सलाह लें

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    1. अर ३८ के फायदे -अंडाशय की बीमारी, दाहिने ओर पेट में दर्द की जलन के लिए उपयोगी, गला के सूजन के लिए, परिशिष्ट (अपेंडिक्स) की प्रारंभिक सूजन

      अर ३९ नामक दवा नहीं है

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    1. आंखों के चारों ओर रक्त वाहिकाओं से रक्त के ऑक्सीकरण के कारण आपकी आंखों के नीचे अंधेरे घेरे का कारण हो सकता है। अन्य चीजें जो आँखों के नीचे काले घेरे में योगदान दे सकती हैं: दवाएं जो रक्त वाहिकाओं को फैलाने का कारण बनती हैं; अपनी आंखों को खरोंच या रगड़ना, जैसे एलर्जी के मौसम के दौरान; नियमित रूप से अपने पेट पर सोना.
      आंखों के आसपास अंधेरे घरों के लिए होम्योपैथी आंतरिक दवा – डोलिओसिस ढ़ ५ ड्राप्स, ब्लूमे क्लेरस्किन ड्राप्स
      आँखों के नीचे काले घेरे के लिए होम्योपैथी बाहरी त्वचा आवेदन – ब्लूमे ५५ ऑइंटमेंट, बॉक्सन अंडर ऑय क्रीम, डा.वशिष्ट बर्बेरिस अक्वि जेल, मेयोन्स अंडर ऑय जेल

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    1. शिश्न की बीमारी और लाल चमड़ी संक्रमण के कारण हो सकता है और सबसे आम कारण हैं पोस्टहाइटिस और बैलेंसिस। स्नान के बाद अपने लिंग के पूरी तरह से साबुन को न निकालने के कारण जलन हो सकती है| यौन समस्या के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाएं यहां देखें

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    1. फाइटोलाका बेरी गोलियाँ शरीर में अवांछित वसा बहा और वजन कम करने का एक अच्छा तरीका है। यह शरीर में चयापचय को नियंत्रित करने के लिए होम्योपैथी में एक अच्छी तरह से ज्ञात दवा है, यह वसा पर स्वाभाविक रूप से नियंत्रित करता है। गार्सीना कंबोगिया शरीर का वजन कम करने का एक और अच्छी दवा है, अन्य लोकप्रिय दवाएं एसबीएल फाइटोट्रिम, ब्लोउमे 13, एडेल 13 वेटटेक्स आदि हैं

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    1. होम्योपैथी में बालों के झड़ने का उपचार परंपरागत दवाओं से भिन्न होता है और बाल उपचार और शल्य-चिकित्सा के प्रति अर्थ में प्रतिस्थापित होते हैं| यह हर किसी के लिए तैयार नहीं है; यह आप के लिए कस्टम बनाया है, दूसरे शब्दों में यह दो अलग-अलग लोगों के लिए एक ही उपाय नहीं है| होम्योपैथी तुम्हारा सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है अगर आप गैर-फार्मास्यूटिकल, बालों के झड़ने के लिए गैर शल्यचिकित्सक दृष्टिकोण पर उत्सुक हैं| हमने होम्योपैथी में चिकित्सा सूचियों के साथ एक विस्तृत बालों के झड़ने के उपचार की मार्गदर्शिका प्रदान की है, आप इसे यहां देख सकते हैं

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    1. योनि स्राव को लूकोरिया कहा जाता है, और सभी महिलाओं की आम समस्या है। किशोरावस्था में हार्मोनल असंतुलन की वजह से इस समस्या का सामना करना पड़ता है, और मासिक धर्म चक्र के अंडाशय के समय महिलाएं इसे पीड़ा से गुजरते हैं । लूकोरिया भी योनि संक्रमण (कवक या बैक्टीरिया) के कारण हो सकता है और अवधि के दौरान अस्वस्थ (हाइजीन की कमी) के कारण भी है । लक्षणों में ऊपरी पेट में दर्द, पीठ दर्द और पैर में दर्द, विशेष रूप से जांघ और पैर की मांसपेशियों, और थकान में शामिल हैं. महिलों की समस्याओं के लिए होमियोपैथी दवाई सूची देखें

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    1. लियोकोडर्मा (श्वित्र) त्वचा की परतों से त्वचा के रंग का क्रमिक नुकसान, मेलेनिन कहलाता है। श्वेत पैच वर्णक हानि के कारण चेहरे सहित पूरे शरीर में होते हैं जो आपकी त्वचा पर दूधिया-सफेद पैच (दीपिग्मेन्टेशन) पैदा करता है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक होंठ और आस-पास के क्षेत्र हैं क्योंकि होंठ अक्सर सूर्य के प्रकाश के संपर्क में होते हैं विटिलिगो एक इलाज योग्य स्थिति है, हालांकि वर्णक को पुनः पाने के लिए इलाज दो साल या उससे अधिक समय ले सकता है, और रीपिग्मेन्टेशन 100% नहीं हो सकता है इस स्थिति के लिए होम्योपैथी चिकित्सा निम्नानुसार हैं: SBL Ammi Visnaga Cream, Bakson A.S.F tablets, Leucode Salbe (Blooume 70), Haslab HC-85 HYDROCOTYLE, Allen A21 drops, Wheezal Leuco-X cream , Baksoint 9 Cream , Medisynth Beckomint Cream No.17, Haslab Psorela Cream

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    1. R65 को सोरायसिस की समस्या के लिए संकेत दिया गया है और डॉ। रेकेजेग इसके प्रभाव को बढ़ाने के लिए आर 21 की सिफारिश की है। आर 60 एक रक्त शोधक दवा है और यह छालरोगों के लिए भी अच्छा है क्योंकि त्वचा की समस्याएं अशुद्ध रक्त से संबंधित हैं।

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    1. यदि आपको अस्थमा (एलर्जी या गैर-एलर्जी) है, तो ठंडी हवा में व्यायाम करने या धूम्रपान, धूल या धुएं के श्वास के बाद आमतौर पर तकलीफ हो जाता है। इस तरह की एलर्जी पोस्ट-नाक भरी या उच्च श्वसन मार्गों की जलन के कारण खांसी तक पहुंच सकती है| अस्थमा के लिए आर ४३ , श्वास की एलर्जी आर ८४ देख सकते हैं, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस से खांसी के लिए आर ८ या ९ इंकित है

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    1. बार-बार पेशाब तब होता है जब आप मूत्र सामान्य से अधिक बार करते हैं, कभी-कभी मूत्राशय की परेशानी के साथ-साथ पेशाब के अचानक, सम्मोहक आशंका होती है। जब अक्सर पेशाब के साथ बुखार और पेट में दर्द या असुविधा होती है, तो आपको मूत्र पथ के संक्रमण हो सकता है। अक्सर पेशाब के अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं: मधुमेह, गर्भावस्था और प्रोस्टेट समस्याएं आदि। आपको होम्योपैथ द्वारा अपनी समस्याओं का सही कारण जानने के लिए जांच की जानी चाहिए, यदि आप चाहें तो हम ऑनलाइन होम्योपैथी उपचार प्रदान करते हैं

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  1. Ram Ram sir. Mai Indian para military force me hon. Mujhe. Before 20 years se soriyasic pura body me nakhun me v hai. Sir Maine alopaithic aayurwed me bahut tritment kraya kavi puri trah se Tk nhi hua.. Sir Maine news paper me homeopathy Dr sk agarwal ke dwara soriyasic rog me Kuch medicine ke bare me btaye hai.. 1.psorinum CM. 2.kali arsenal 200. 3.phosphorus 200….4 Kali sulphur 200..mai ye medicine Dr reckeweg .aapki company ka le rha hon. Kya Dr sk agarwal ne sahi medicine btaya hai. Mai puri trah humesa ke liye Tk ho Sakta hon. Sir. Ye medicine sahi. Plz reply dijiye sir. Ram Ram… Jai hind

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    1. आपके डॉक्टर ने आपको सोरायसिस की विभिन्न स्थितियों के लिए होम्योपैथिक दवाएं इंगित की हैं, उदाहरण के लिए खुजली वाली सोरियासिस जो मौसम बदलने से आता है सोरिनम संकेत दिया जाता है और यह सर्दियों में दिखाई देता है, काली आर्सेनिकम त्वचा की मलिनकिरण के लिए अच्छा है, शुष्क स्केली त्वचा के लिए सल्फर …त्यादी

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    1. एल्ब्यूमिन आपके रक्त में पाया प्रोटीन है और आकार में एक छोटा अणु है, यह पहली प्रोटीन है जो कि गुर्दे के माध्यम से मूत्र में गुजरता है जब गुर्दा की समस्या होती है। एक स्वस्थ गुर्दे एल्ब्यूमिन मूत्र में प्रवेश करने नहीं देता हैं। एक क्षतिग्रस्त गुर्दे मूत्र में कुछ एल्बुमिन पास होता है| अल्बुमिनुरिया (प्रोटीनुरिया) गुर्दा की बीमारी का संकेत है और इसका मतलब है कि आपके मूत्र में बहुत अधिक अल्बुमिन है, होमियोपैथिक दवाइयां इस बीमारी के लिए बताई गई हैं – रेक्वेग आर ६४ बूंदें , डॉ.बाक्षी बी ६३ मूत्रमार्ग होमियोपैथी बूंदें

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    1. जोड़ों में दर्द और थकान के अलावा, बुखार संधिशोथ का एक लक्षण है। सूजन के कारण अक्सर इस बीमारी से पीड़ित लोगों को निछले स्थर के बुखार का सामना करना पड़ता है. जब बुखार एक ऑटोम्यून्यून बीमारी से संबंधित होता है जैसे कि रूमेटोइड गठिया,ऑटोम्यून्यून बीमारी का इलाज बुखार में सुधार करेगा

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  2. sir muje nose blockage ka problem hai, rain days me nose block ho jata hai, ye problem mere mammy ko bhi hai cheekk aati hai, sans nhi aati tab headache hota hai irrational hota hai,sab bolte hai ye allergy hai,pahle nose se pani bhut aata tha, abhi nose block ho jata hai, otrvin vagera nose spary use Karta hu,koi homeopathy medician btaye sir ,thank

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    1. पार्किंसंस का होम्योपैथिक उपचार जब रोग की प्रारंभिक अवस्था से प्रशासित होता है तो यह प्रभावी साबित होता है। ऑरम मेट, सिफिलिनम, प्लंबम मेट, वेलेरिया, फेरम मेट, आर्सेनिक अल्ब का इस्तेमाल विभिन्न शक्तियों में किया जा सकता है। होमियोपैथिक दवाएं प्रशासित की जा सकती हैं जब डोपामाइन खुराक (जो आमतौर पर पार्किंसंस को नियंत्रण में रखने के लिए उपयोग की जाती है) कम होती है

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    1. हाइड्रोसील अंडकोश थैले क्षेत्र में सूजन का कारण बनता है, यह एक पतली थैली है जो अंडकोष को घेरता है। यह तब होता है जब बहुत अधिक तरल पदार्थ अंदर में उत्पन होता है| यद्यपि इस स्तिथि में कोई लक्षण नहीं होता है, कुछ लोगों को सूजन वाले अंडकोष के भारीपन से परेशानी का अनुभव हो सकता है। दर्द आमतौर पर सूजन के आकार के साथ बढ़ता है| हाइड्रोसील के लिए होम्योपैथी दवाएं अबरोटानाम, एसिड फ्लुओर 200, ऑरम मेट, ब्रायोनिया अल्बा हैं। रेक्वेग आर1 की बूँदें संकेतित हैं

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  3. Sir, मेरे सीने पर 2 गांठे है,केनाकार्ट इंजेक्शन लगा तो ठीक हो गया,पर बाद में 2 गांठे फिर निकल आया है क्या इसका होमिओपेथी ईलाज है? यदि है तो बताये।गांठे पिछले2 साल से है।

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    1. केनैकोर्ट-ए 40 का उपयोग एलर्जी रोगों, खराब त्वचा की समस्याओं या गठिया के इलाज के लिए किया जाता है। यह दर्दनाक मांसपेशियों, जोड़ों या रंध्र के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। आर१७ उपकला त्वचा वृद्धि के लिए संकेत दिया है, लिपोमा के लिए एलन ए ८४ ड्रॉप्स का संकेत दिया जाता है

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    1. एक सकारात्मक एचबीएसएजी परीक्षा परिणाम (positive test result) का मतलब है कि आप संक्रमित हैं और हेपेटाइटिस बी वायरस को आपके रक्त के माध्यम से दूसरों तक फैल सकता है। आमतौर पर यह निर्धारित करने की आवश्यकता है कि क्या यह एक नया “तीव्र” संक्रमण या “पुराना” है। यह एक संक्रमित व्यक्ति के रक्त या शरीर तरल पदार्थ के संपर्क के माध्यम से संक्रमित है। हेपेटाइटिस बी वायरस निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है: असुरक्षित योनि या गुदा सेक्स या जीर्ण एचबीवी संक्रमण वाले व्यक्ति के साथ घर में रह रहे हैं। हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित सभी लोगों में आधाफि सधी लक्षण दीखते नहीं है और उन्हें कभी भी एहसास नहीं हो सकता है कि उन्हें संक्रमित है। वयस्कों को बच्चों की तुलना में लक्षण विकसित करने की अधिक संभावना है| बीमार होने वाले लोगों के लिए, लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क के 1 से 4 महीने के भीतर विकसित होते हैं। उपचार में एंटीवायरल दवाएं शामिल हैं और अवधि कुछ महीनों तक महीने होती है। निम्न होम्योपैथी दवाएं हेपेटाइटिस के लिए संकेतित हैं – चेलिडोनियम, चीओनन्थूस, हेपर सल्फ, कार्डस मरियनस, रेकवेग आर७ ड्रॉप्स, एलेन ए२३ ड्रॉप्स, जोंडिला सिरप.

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    1. मुँहासे वुल्गेरिस का उपचार R53 बूंदों द्वारा किया जाता है, अशुद्ध रक्त जिससे त्वचा की समस्या हो जाती है, आर 60 को भी लेने की सलाह दी जाती है. मुँहासे के लिए अन्य दवाइयां इस प्रकार हैं: एस्टेरिया रैब, कैलीयम ब्रोम, हनीमैन ग्लो मोर, Dr.राज त्वचा देखभाल उपचार गोलियाँ, wheezal मुँहासे क्लेयर क्रिम

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      1. गैस्ट्रिक अल्सर खुले घाव हैं जो आपके पेट के अंदर की तरफ़ और आपके छोटे आंत के ऊपरी भाग पर विकसित होते हैं। यह जीवाणु हेलिकॉबैक्टर पाइलोरी (एच। पाइलोरी) या एनएसएआईडीएस (NSAIDS drugs) नामक कुछ दवाओं के द्वारा निषेध के कारण होने वाली पेट के अस्तर में एक ब्रेक है। होम्योपैथी दवाएं जैसे अर्जेंटीम नाइट्रिकम, आर्सेनिकम एल्बम, एट्रोपिनम गैस्ट्रिक अल्सर के लिए माना जाता है

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    1. यदि आप कम से कम 7 दिनों के अंतराल के साथ, छह महीने की अवधि में तीन या अधिक फीब्रील एपिसोड होते हैं, किसका कोई प्रेरक चिकित्सा बीमारी नहीं होती है, तो आप आवर्ती बुखार से पीड़ित हैं। यह नियमित या छिटपुट पर हो सकता है. हमने बुखार के लिए होम्योपैथी दवाओं का संकेत दिया है. आपके मामले में एक डॉक्टर से निदान और परामर्श की सलाह दी जाती है

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  4. सर जी नमस्कार __सर पिछले 4 वर्ष से सिन्ड्रोम किडनी की बिमारी से पीड़ित हूं मैने 2 वर्ष तक दर्द निवारक दवा का सेवन किया था__जिस कारण मेरी एक किडनी सिकुड गयी व दूसरी का साईज बढ गया है__मै 1 महीने से dr reckweg R-64 ले रहा हूं__
    इसके अलावा कौनसी दवा ले सकता हूं व ( क्या मेरी सिकुडी हुई किडनी का होम्योपैथिक मे इलाज है )
    मेरा बल्ड यूरिया-64 व क्रिऐट्रीन लेवल-4.1 है,
    कृपया कर मेरा उचित मार्गदर्शन किजिये __

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  5. Sir मै अस्थमा से ग्रसित हु मुझे अस्थमा की दवा बताये तथा दवा कितने दिन लेनी है और कितने टाइम लेने है पूरा डिटेल बताने की क्रप्या करे ।

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    1. हस्तमैथुन एक बुरी आदत नहीं है जब तक कि यह निष्पादित और नियमित आदत न हो। यदि इस आदत के कारण यौन उत्पीड़न है तो हमने यहां कुछ दवाएं बताई हैं

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  6. मेरे चेस्ट के निप्पल के नीचे लगभग छोटे आलू के साइज की गांठ टाइप महसूस हो रहा है लगभग तीन चार महीने से काफी तेजी से बढ़ रहा है सर कुछ दवाएं बताएं
    R19 100%अराम दे सकता है सर जी

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    1. आपके स्वास्थ्य के लक्षण लिपोमा या ट्यूमर के प्रतीत होते हैं,आपको इसे डॉक्टर से चेक करने की आवश्यकता होती है. होम्योपैथी के लिए ट्यूमर दवा आर 17 है और लिपोमा के लिए यह एलन ए 84 बूंद है

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    1. क्रोनस रोग से पीड़ित लोगों को अक्सर मुँह में छाले दीखते है,यह एक सूजन आंत्र रोग है (आईबीडी जो आपके पाचन तंत्र की सूजन का कारण बनता है, जिससे पेट दर्द, गंभीर दस्त होता है. इसके लिए आपको डाक्टर द्वारा निदान प्राप्त करने की आवश्यकता है. हमने यहाँ मुंह के अल्सर के लिए कुछ होम्योपैथी दवाएं इंगित की हैं

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    1. स्तनों में गांठ की ज़िक्र कर रहे हो? स्क्रोफुलारिआ नोडसा क्यू (१० बूँद १/२ कप पानी में), टूबर्क्युलिनम 1M, सीलिशिया कुछ संकेतित दवा है

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    1. आमतौर पर श्रवण हानि के उपचार उसके कारण पर आधारित होते हैं। सरल मामलों में यदि यह इयरवैक्स है, तो इसे होम्योपैथिक मुल्लेन कान बूंदों के साथ नरम किया जा सकता है या चूसा जा सकता है। गंभीर मामलों में दुर्घटनाएं जो कान का परदा, मध्य कान, या श्रवण तंत्रिका को नुकसान पहुंचाती हैं या घायल करती हैं, वे बहरापन पैदा कर सकती हैं। बहरेपन के सबसे आम कारण में संक्रमण और कुछ दवाओं के कारण आंतरिक कान (कोचली) प्रभावित है। बहरापन आनुवांशिक भी हो सकता है, या गर्भाशय में बाल कोशिका क्षति से परिणाम हो सकता है। अन्य प्रकार की श्रवण हानि जैसे क्रमिक श्रवण हानि (उम्र बढ़ने के साथ बढ़ता है), दुर्भाग्य से स्थायी हैं। आप बधिरता के लिए ऑनलाइन होम्योपैथी दवाएं खरीद सकते हैं, जो हैं – एसिडम सैलिसिलिक 3एक्स (टिनिटस के साथ सरल बहरापन), बरीटा कार्ब (शोर क्रैकिंग के साथ पैरोटिड ग्रंथि की सूजन के कारण बहरापन), सिकुटा वीर (मस्तिष्क की बीमारियों के कारण), हेपर सल्फ (कान में फोड़ा या कान ड्रम छिद्रण के कारण)

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    1. यह पिट्रियासिस अल्बा हो सकती है जो एक सामान्य त्वचा की स्थिति है जो ज्यादातर बच्चों और युवा वयस्कों में होती है. आम तौर पर चेहरे पर सूखे, सुक्ष्म स्केली चार्म पैच, या सफ़ेद दाग के रूप में देखी जाती हैं। यह एक सीमित परिस्थिति है और आमतौर पर केवल मॉइस्चराइज़र क्रीम के उपयोग की आवश्यकता होती है.

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