लाइकोपोडियम (Lycopodium Clavatum) होम्योपैथी चिकित्सा में प्रयुक्त एक महत्वपूर्ण औषधि है, जो क्लब मॉस नामक एक पौधे से प्राप्त होती है। इसे हिन्दी में ‘लाइकोपोडियम’ कहते हैं। यह औषधि विशेष रूप से पाचन तंत्र की समस्याओं , जैसे कि गैस, अपच, और भूख न लगना आदि के उपचार में प्रयोग की जाती है। इसके अलावा, यह बालों का झड़ना, त्वचा संबंधी समस्याएं, मूत्र संबंधी शिकायतें, गुर्दे की पथरी, और श्वसन संबंधी विकारों के उपचार में भी कारगर है।
लाइकोपोडियम के स्वास्थ्य लाभों में ऊर्जा में वृद्धि, मानसिक स्पष्टता, और समग्र रूप से जीवन शैली में सुधार शामिल हैं। मेटेरिया मेडिका के अनुसार, यह औषधि विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो आत्म-विश्वास की कमी, निर्णय लेने में कठिनाई, और चिंता का अनुभव करते हैं।
खुराक – औषधीय खुराक इस बात पर निर्भर करती है कि स्थिति तीव्र है या पुरानी। (गोलियाँ) वयस्क और 2 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चे: राहत मिलने तक या चिकित्सक के निर्देशानुसार दिन में 3 बार जीभ के नीचे 4 गोलियाँ घोलें। (बूंदें): सामान्य खुराक एक चम्मच पानी में दिन में 2-3 बार 3-4 बूंदें हैं। स्थितियों के आधार पर खुराक भिन्न हो सकती है। दवाएँ लेने से पहले हमेशा होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लें
लाइकोपोडियम मदर टिंचर, डाइल्यूशन, विशेष फॉर्मूलेशन और औषधीय गोलियों में उपलब्ध है