ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) का होम्योपैथी उपचार

बार-बार चीजों को एक निश्चित तरीके से व्यवस्थित करना (पूर्णता के लिए जुनून), स्टोव को बार-बार जांचना यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह बंद है (अत्यधिक चिंता), कुछ पैटर्न में गिनना (चीजों को दोहराना) जुनूनी बाध्यकारी विकार के उदाहरण हैं। होम्योपैथी सहायक वैकल्पिक सहायता प्रदान कर सकती है, नीचे जानिए डॉक्टर क्या सलाह देते हैं.

 

ओसीडी से बचने का उपाय

अतिग्रहण विकार (Obsessive Compulsive Disorder – OCD)

सरल परिभाषा: अतिग्रहण विकार एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार कुछ विचार (जुनून) या व्यवहार (बाध्यताएँ) करने की इच्छा होती है। ये विचार या क्रियाएँ अक्सर तर्कहीन और समय लेने वाली होती हैं और व्यक्ति के दैनिक जीवन में बाधा उत्पन्न करती हैं।

लक्षण:

  • बार-बार हाथ धोना या सफाई करना
  • चीजों को एक निश्चित क्रम में रखने की जरूरत महसूस करना
  • बार-बार दरवाजे को चेक करना कि वह बंद है या नहीं
  • हिंसक या अश्लील विचार आना

कारण: OCD के सटीक कारण अज्ञात हैं, लेकिन यह माना जाता है कि आनुवंशिक, जैविक, और पर्यावरणीय कारक इसके विकास में योगदान दे सकते हैं।

उपचार विकल्प:

  • पारंपरिक चिकित्सा: चिकित्सा जैसे कि संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा (CBT) और दवाएँ जैसे कि SSRIs अक्सर उपयोगी होती हैं।
  • होम्योपैथी: इसके अलावा, होम्योपैथी जैसे वैकल्पिक उपचार भी उपलब्ध हैं जो कुछ व्यक्तियों में लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। होम्योपैथिक दवाएं जैसे कि Argentum nitricum, Arsenicum album, और Calcarea carbonica OCD के लक्षणों को संभालने के लिए सुझाई जाती हैं। ये दवाएँ व्यक्ति के विशिष्ट लक्षणों और व्यक्तित्व के आधार पर चुनी जाती हैं।

 

एक होम्योपैथ ने अपनी पुस्तक स्वास्थ्य मंत्र में कहा है, “जुनूनी बाध्यकारी विकार से पूर्ण इलाज के लिए, आधुनिक चिकित्सा को होम्योपैथी और बाख फूल चिकित्सा, जीवन शैली और मानसिकता में बदलाव के साथ जोड़ना होगा।”

यदि आप या आपके परिचित को OCD के लक्षणों का अनुभव होता है, तो पेशेवर चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है। होम्योपैथी सहित वैकल्पिक उपचारों पर विचार करते समय एक योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेना उचित होगा।

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