Obesity, Weight Loss Tips & Medicines मोटापा घटाएं- नुस्के और दवाई

ओबेसिटी, यानि मोटापे का सबसे सुरक्षित ईलाज हॉमिओपैथी है (होम्योपैथिक मेडिसिन फॉर वेट लॉस), और आसानी  से घटाने  का सरल नुस्के । शरीर मे चर्बी की मात्रा तेज़ी से बढ़ जाने के कारण वज़न बढ़ने लगता है। मोटापे के इस बिगड़े रूप को ओबेसिटी कहते हैं। भारत के 15% लोग मोटापा ग्रस्त हैं। ओबेसिटी शरीर रचना को बिगाड़ती है साथ साथ ये विभिन्न बीमारियों का  कारण भी है। यदि आप के शरीर मे चर्बी की मात्रा अधिक है और वज़न ज्यादा है तो आपको होमियोपैथी द्वारा सुझाय गये ओबेसिटी के ईलाज पर विचार करना चहिये। ओबेसिटी के अनेक कारण हैं जैसे असंतुलित  खान पान, व्यायाम ना करना, आयु, लिंग, आनुवंशिकी (genetics), मानसिक ऐवम पर्यावरण सम्बन्धी असंतुलन। ब्लड प्रेशर, डाईबिटीज,आर्थिराईटिस और दील की बीमारी जैसी अनेक बीमरीओ की जड़ मोटापा है।

मोटापे से जुड़े तथ्य – सामान्य ईलाज vs हॉमिओपैथिक  ईलाज।

  • US FDA सामान्य मोटापा कम करने वाली दवाओं के  सुरक्षित होने पर नकारात्मक  टिप्पणी देता है।
  • यूरोप की दवा कम्पनी ने अक्टूबर 2008 में  रिमोनाबेंट (जो ईडोकैनाबोय्ड प्रणाली को खंड कर भूख मिटाती है) के बुरे प्रभाव देखते हुऐ, इसकी बिक्री पर रोक लगा दी।
  • सिबूट्रामाइन (मेरीडिया ) दिमाग के न्यूरो ट्रांसमीटर को निष्क्रीय कर भूख मिटाती है। बाज़ारों में इसकी बिक्री पर कैनेडा और अमरीका ने रोक लगा दी है।
  • और्लीस्टैट (जेनीकल या एललाई )वसा पाचन में बाधा कर उसे शरीर में जमा होने से रोकती है परंतु यह शरीर में कई ज़रूरी पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा करती है।
  • मोटापा घटाने वाले कई OTC उत्पाद जो रेचक औषधि की तरह काम करते हैं, शरीर में पोटैशीयम के स्तर को गिरा देती है जिससे दिल और अन्य माँसपेशीओ  की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
  • होमिपैथिक उपचार औषधीय पौधों से बनी दवाओं पर आधारित है। यह दवाएँ शरीर के पाँच तंत्रों को ध्यान में रखकर अपना काम करती हैं। यह पाँच तंत्र हैं – भूख का संचार , पैंक्रियाटिक लाईपेज एनजाइम के प्रभाव को रोकना ,शरीर में गर्मी का संचार बढाना , लिपिड के चयापचय को बढाना , एपीडोजेनेसिस को रोकना और लाईपोसिस को बढाना।
  • 2015 की अंतर्रष्ट्रीय भोजन के गुण सम्बन्धी पत्रिका (International Journal of Food Properties of 2015) सुझाव देती है की औषधीय पौधों को एक निर्धारित मात्रा में लेने से मोटापे का सुरक्षित रूप से प्राकृतिक उपचार किया जा सकता है।

Weight Loss Medicines Hindi, Motapa ke liye Gharelu Nuske

होमिओपैथी द्वारा वज़न कम करने के प्रभावी तरीके

  • मोटापा और वज़न घटाने का होमियोपैथिक उपचार अन्य उपचारों से अलग है। जहाँ अन्य उपचार शारीर से वसा जो पिघलाकर उसे ख़तम करते हैं, वहीँ होमियोपैथिक उपचार में शरीर के चयापचय को बढाके, भूख पे नियंत्रण कर, थाइरोइड को संतुलित कर मोटापे में सुधार लाता है।
  • होमियोपैथिक उपचार शारीर के चायपचय को सुधार कर मोटापा कम करता है जिसमेशरीर अपने आप ही वसा को पिघलाकर ऊर्जा पैदा करता है।
  • यह शारीर में पाचन क्रिया को सुधारता है जिससे वज़न कम होता है और  शरीर सुडौल होने लगता है।
  • होमियोपैथिक उपचार किसी मोटापा कम करने वाली खास डाइट के दौरान या उसके ख़तम होने के बाद तक भूख पे नियंत्रण रखता है।
  • होमियोपैथिक उपचार वसा को जलाता या पिघलाता नहीं है। यदि आप वर्ज़िश के साथ साथ कम कार्बोहायड्रेट वाला आहार लेते हैं तो आप वज़न आसानी से घटा सकते हैं।
    होमिपैथी में आपका, आपके शरीर और स्वस्थ के अनुसार उपचार किया जाएगा।

1 महीने में 20 किलो वजन कैसे कम करें, होम्योपैथी टिप्स फॉर वेट लॉस

कुछ अच्छे और कारगर होमियोपैथिक उपचार हैं –

  1. फाईटोलाका बैरी – ऐसे होमिओपैथी में मोटापा और वज़न काम करने का एक बेजोड़ इलाज मन जाता है। यह वासा और शरीर की सूजन को कम करता है। ऐसे सिफिलिक रूमैटिज़्म के मरीज़ों के लिए सुजाया जाता है ।
  2. हिलैन्थुस ट्यूबेरोसुस – इस पौधे में इंसुलिन की मात्रा सामान्य से 20% अधिक है, यह ऑब्टिसपेशन को घुलने में मदद करता है।
  3. कैलसेरा कार्बोनिका – ये धीमें चयापचय को बढ़ाकर पेट पे जमी वसा को कम करता है। यह गोरी चमड़ी वाले मोटापा ग्रस्त मरीज़ों के लिए सुझाया गया है जिन्हें साँस लेने में दिक्कत और कब्ज़ से लेकर ज़्यादा पसीना आने तक शारीर की कमज़ोरी दर्शाने वाली सारी बीमारिया हैं। यह ऐसे मरीज़ों के लिए है जिनके खान पान की आदतें संतुलित नहीं होती है।
  4. नेट्रम  मुर– विशेषज्ञों द्वारा ये औषदि ऐसे मरीज़ों के लिए सुझायी गयी है जिनके जांघ और कूल्हों पे अधिक वसा जमा है। ऐसे लोगो में खून की कमी, ज़्यादा गर्मी होने पर कम सेहेन्शीलता और अधिक भावुकता देखी जाती है।
  5. लाइकोपोडियम – यह दावा ऐसे लोगो के लिए बनाई गयी है जिन्हें गैस की दिक्कत है। ऐसे लोगो का वज़न जल्दी बर्द्धता है और उनका पेट फूल जाता है। ऐसे लोग असंतुलित और अत्यधिक आहार लेते हैं। मानसिक रूप से ऐसे इंसान का स्वभाव चिड़चिड़ा और गुस्सैल होता है। लाइकोपोडियम एक कारगर होमिपैथिक दवा है।
  6. फ्यूक्स वेसिकुलोसिस – थाईरॉइड ग्लैंड को उत्तेजित कर चायपचय को सुधारता है। यह उन महिलाओं, जिनके मासिक धर्म में दिक्कत है के लिए एक कारगर दावा है।
  7. स्पोन्जिया टोस्ता – यह अपने इओडिम को अथिरोमातेज़ वेसल के विरुद्ध कर थाइरोइड ग्लैंड को उत्तेजित करती है।

अन्य ओबेसिटी उपचारो में शामिल है आर्जेन्टम निट्रीकम और ऐंटिमोनिम क्रूदम।

मोटापा और वज़न काम करने के लिए होमियोपैथिक  दवाई

उत्पाद का नाम सूचित
डॉ रुक्मणी वजन घटाने के उपाय दवा किट डॉक्टर मोटापे के लिए विशिष्ट होम्योपैथी दवाओं की सिफारिश करते हैं जो 1. थायराइड विकार 2. पीसीओडी 3. आनुवंशिक और या अधिक भोजन / जीवन शैली कारकों के कारण होते हैं।
फाइटोलाकाबेरी टैबलेट मोटापे से लड़ने का सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका. मदद करता है प्रसव के बाद बढ़ जाने वाले वज़न को कम करने में | ब्रांड – डॉक्टर व्हिल्लमर स्च्वाबे जर्मनी, आकार- 20gms,  मूल्य – 247/-
डॉक्टर बक्शी बिना किसी परधानी वज़न कम | ब्रांड – बैकसन, आकार- 30ml,  मूल्य – 125/-
गो स्लिम A And B ड्रॉप्स  यह चयापचय की गड़बड़ी को दूर करती है । थाइरोइड की गड़बड़ी या मासिक धर्म रुक जाने के बाद बढ़ने वाले वज़न को भी कम करती है | ब्रांड – व्हीज़ल्स, आकार- 30ml,  मूल्य – 150/-
फाइटोलाकाबेरी टैबलेट  विनियमित करता है चयापचय को जिससे कम होता है वज़न और मोटापा | ब्रांड – भार्ग्वा, आकार- १० टॅबलेट का ब्लिस्टर पैक*3,  मूल्य – 125/-
फाइटोस्लिम ड्रॉप्स वज़न घटने का होमियोपैथिक नुस्खा | ब्रांड – फोउनट्स, आकार- 30ml,  मूल्य – 120/-
फाइटोफिट फोर्टे ड्रॉप्स  इसका अनोखा फॉर्मूला चायपचय को तेज़ कर एड़ीपोज़ कोशिकाओं को ऑक्सीडाइज करता है। इससे सम्बया से ज़्यादा गति से वज़न काम होने लगता है। ब्रांड – मेडिसिन्थ, आकार- 30ml,  मूल्य – 150/-
होम्योपैथी में वजन घटाने के लिए डॉ प्रांजलि मदर टिंचर मिश्रण फार्मूला डॉक्टर तीन सबसे शक्तिशाली होम्योपैथी मदर टिंचर को अलग-अलग मिलाकर लेने की सलाह देते हैं। और जानें
 डॉक्टर रिक्वेग आर ५९ बूंदे,ओबेसिटी एंड ओवर वेट ट्रीटमंट  वज़न घटने का जाना मन इलाज,गोइटर के इलाज में भी सहायक। ब्रांड – डॉक्टर रिक्वेग, आकार- 22ml,  मूल्य – 200/-
B- ट्रिम ड्रॉप्स  एस.बी.एल बी-ट्रिम मोटापे से लड़ने वली नैदानीक रूप से सिद्ध की गयी दवा है जो बनी है संतुलित हॉमिओपैथी सामग्री से | ब्रांड – एस.बी.एल, आकार- 30ml,  मूल्य – 145/-
 डी ३५ फिगुरेल ड्रॉप्स  नियंत्रण करता है ज्यादा खाना खाने की चाह और कम करता है सुस्ती जैसी आदत को | ब्रांड – डोलिओसिस, आकार- 30ml,  मूल्य – 120/-
एलन ए ३९ ड्रॉप्स – अंटी ओबीसिटी  गोइटर , ओबीसिटी , जल्दी मोटा होने की बीमारी, ग्लैन्डुलर  सिक्रिषन की खराबी से  | ब्रांड – एलेन, आकार- 30ml,  मूल्य – 125/-
बौलुमे 13-फैटोसैन ड्रॉप्स  गौइटर , मोटापे और ठंड से जल्दी बीमार पड़ जाने वाले वाले लोगो में जिगर की बेमरीओ से लड़ के मोटापा कम करती है  | ब्रांड – बायो फोर्स Ag स्व्हिटज़रलैण्ड, आकार- 30ml,  मूल्य – 100/-
स्लिमेर्क्स स्लिम्मिँग ड्रॉप्स  आदर्श है प्रसव के बाद आने वाले मोटापे ,सुस्ती और बेडौल बदन से परेशान लोगों | ब्रांड – लॉर्ड्स, आकार- 30ml,  मूल्य – 165/-
आईसोट्रोपिन  डाईट ओरल स्प्रे एक नयी और क्रांतिकारी हॉमिओपैथिक दवा है जिसमे ह्यूमन ग्रोथ हॉरमोंन यानि  HGH है | यह  मोटापे को शीघ्र कम करने में मदद करता है.यह मनोदशा को ठीक करता है और ऊर्जा को बढाता है. यह मँस्पेशिओ के आकार को भी बढ़ाता है | ब्रांड – न्यूटन एव्रेट्ट बायोटेक, आकार- 30ml,  मूल्य – 3036/-
फैटेक्स ड्रॉप्स अडेल  फैटेक्स ड्रॉप्स ओबीसिटी ईलाज अडेल 13 (सहायक है मोटापा ग्रस्त मरीजों का चयापचय ठीक करने के लिये ) ब्रांड -अडेल, आकार- 20ml,  मूल्य – 215/-
वज़न कम करने के लिए व्हीजल फिटोलाका बेरी टेबलेट्स वज़न कम करने के लिए व्हीजल फिटोलाका बेरी होम्योपैथिक टेबलेट्स मोटापा की जांच के लिए एक इष्टतम सहायता पोस्ट वितरण वजन है। इसमें फिटोलाका बेरी क्यू शामिल हैं। खुराक: १ से २ गोलियां, भोजन से पहले दिन में ३-४ बार या चिकित्सक द्वारा निर्धारित अनुसार।
हॅनमेन फार्मा स्लिम ट्रिम ड्रॉप्स मोटापा अधिक वजन के लिए  यह स्पष्ट शरीर के वजन, आकार उभरा, सुस्त स्वभाव और आलसी व्यवहार, आसानी से थका हुआ है और थोड़े से प्रयास में थके हुए को भी कम कर देता है। इसमें फुकस वेसिकुलस २x १०%, फिटोलाका बेरी ३x १५%, अमोनियम ब्रोम २x २%, पल्सेटिला क्यू ५%, थायरॉइडिनम ६x  २%, डीएम वॉटर एंड एक्सीपीएन्ट्स q.s. १००% v/v, शराब सामग्री १६.६५%। खुराक: १५-२० बूंदों को आधे कप पानी के साथ, भोजन से २० मिनट पहले दिन में तीन बार। या चिकित्सक द्वारा निर्देशित अनुसार।
डॉ राज फिटोट्रिम ड्रॉप्स, होम्योपैथिक स्लिमिंग ड्रॉप्स डॉ. राज फिटोट्रिम स्लिमिंग ड्रॉप्स, मोटापे के लिए रुक जाती हैं थकान के बिना वजन कम करता है और स्वस्थ वजन रखता है। इसमें फिटोलाका बेरी क्यू, काली कार्ब. ३०, फुकस  वी. क्यू, ग्राफिट्स ३० शामिल हैं। खुराक: वयस्क २०-३० बूंदों को १/४ कप पानी के साथ दिन में ३-४ बार या चिकित्सक द्वारा निर्देशित अनुसार।
भार्गव फिटोलाका बेरी टेबलेट शारीरिक वजन को नियंत्रित करता है यह शरीर कि एडीएमई (अवशोषण, पाचन, चयापचय और उत्सर्जन) प्रक्रिया को प्रभावित और नियंत्रित करके शरीर के वजन को कम करता है। चयापचय को उत्तेजित करता है। एक विषहारी एजेंट के रूप में कार्य करता है। वजन को कम करने और उसे बनाए रखने में मदद करता है। इसमें फिटोलाका बेरी क्यू शामिल है। खुराक: १ गोली, दिन में २ बार या चिकित्सक द्वारा निर्देशितअनुसार।
वशिष्ठ फिटोलाका बेरी १एक्स टेबलेट्स मोटापा: दर्द, पीड़ा, बेचैनी, सताएं गर्मी और सूजन के साथ ग्लैंडुलर सूज। ओसेअस और रेशेदार ऊतकों पर एक शक्तिशाली प्रभाव है पुरानी गठिया भार १०० टेबलेट्स कम करें, एमआरपी: १२०/-

मोटापा और उसे घटाने से जुड़े सवाल (FAQ)

मिथक सच्चाई
नाश्ता और रात का भोजन ना करने से वज़न कम होता है. रात का भोजन या नाश्ता ना करने से वज़न कम नहीँ होता है. भोजन ना करने से हमारे शरीर का  चयापचय बिगड़ जाता है और वज़न और भी तेज़ी से बढ़ने लगता है.
क्या चावल खाने से वज़न बढ़ता है ? चावल का मोटापे से कोई सम्बन्ध नहीँ है. हमें ज्यादातर स्थानीय स्तर पर  उगाये जाने वाले अनाज का सेवन करना चहिये. दक्षिण भारत के राज्य जैसे कर्नाटक ऐवम आंध्रप्रदेश में चावल भारी मात्रा में खाया जाता है.जब्कि उत्तर भारत के राज्य जैसे  पंजाब और  लखनऊ में चावल से ज्यादा गेहूँ का सेवन होता है.
हमारे शरीर को 70% तक कार्बोहाईड्रेट की आवश्यकता होती है. चावल कार्बोहाईड्रेट का एक अच्छा स्रोत है और यह शरीर में आसानी से पच जाता है.
टी.एस.एच होर्मोन की कमी मोटापे को बढ़ावा देती है. यह एक बहुत बड़ा मिथक है. टी.एस.एच का गिरा हुआ स्तर वज़न नहीँ बढ़ाता है. होर्मोन के स्तर में गिरावट या बढ़ोत्री एक सामान्य सी बात है. होर्मोन का स्तर शारीरिक कारकों की वजह से घटता और बढ़ता है. कई मरीजों की  टी.एस.एच संख्या 150 के आंकड़े को पार कर जाती है परंतु उनके वज़न में कोई बढोत्रि नहीँ हुई
मूँगफली का तेल सेहत के लिये हानिकारक है और तेल भरा भोजन खाने से  कोलेस्ट्रोल बढ़ता है. मूँगफली का तेल बायो फ्लैविनॉइड्ज से भरपूर है. मूँगफली का तेल असल में कोलेसट्राल घटाता है. रिफाइन किये हुए तेल के प्रयोग से शरीर में  कोलेसट्राल का स्तर बढ़ता है.
भारत में जैतून और  सोया बीन से ज्यादा तेल निकालने के लिये  मूँगफली की खेती होती है. मूँगफली का तेल प्रोटीन , वसा और  कई विटामिन से भरपूर होता है.
जिम जाना या ट्रेडमिल पे वर्जिश करना चलने की तुलना में ज्यादा वज़न घटाता है. सुबह की सैर ना केवल कैलोरि घटाति है बल्कि मन्न को चिन्ता मुक्त्त कर होर्मोन के स्तरों को भी ठीक करती है.
सुबह की सैर पर जाकर हम ऑक्सीजन भरी वायु में साँस लेते है, यह हमारे अंतर मन में भरी चिंताओं को दूर कर मोटापे को कम करने में मदद करता है.
क्या दूध,अंडे और मेवों के सेवन से वज़न बढ़ता है ? दूध कैलशियम, प्रोटीन और विटामिन B12 का एक मुख्य स्रोत है. दूध में वसा होती है जो हमारे शरीर के लिये ज़रूरी है. मेवों में रेशा, प्रोटीन और आवश्यक वसा होती है. पोषण प्राकृतिक आहार से लें ना की बाज़ार में आने वाले सप्प्लीमेन्ट्स से.

एक उत्तर दें

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  बदले )

Twitter picture

You are commenting using your Twitter account. Log Out /  बदले )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  बदले )

Connecting to %s