स्वीट माजोरम / ओरिगेनम – यौन अतिरेक व हिस्टीरिया की प्राकृतिक होम्योपैथिक दवा

वानस्पतिक नाम Origanum vulgare Linn ओरिगैनम मेजराना सामान्य नाम स्वीट मार्जोरम, वाइल्ड मेजरम हिंदी नाम मारवा यह एक सुगंधित जड़ी-बूटी है, जो हिमालय के निचले समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाई जाती है। ओरिगैनम मेजराना मुख्य क्रिया (Action) तंत्रिका तंत्र पर विशेष प्रभाव। यौन-अतिरेक (Sexual excesses) की स्थितियों में उपयोगी। स्तन ग्रंथियों के रोगों में सहायक। अत्यधिक… पढ़ना जारी रखें स्वीट माजोरम / ओरिगेनम – यौन अतिरेक व हिस्टीरिया की प्राकृतिक होम्योपैथिक दवा

हैमैमेलिस (विच हेज़ल): नसों की समस्याओं और रक्तस्राव के लिए एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा

हैमैमेलिस वर्जिनियाना एक प्रसिद्ध होम्योपैथिक औषधि है जो ‘विच हेज़ल’ नामक पौधे से प्राप्त होती है। यह दवा विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जिन्हें नसों में रक्त जमाव (Venous Congestion) की समस्या होती है—जैसे कि बवासीर, वैरिकोज़ नसें, या गर्भाशय से रक्तस्राव। 🔬 औषधि की क्रिया इस दवा की दो प्रमुख… पढ़ना जारी रखें हैमैमेलिस (विच हेज़ल): नसों की समस्याओं और रक्तस्राव के लिए एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा

लेप्टेंड्रा: यकृत रोगों और काली मल के लिए एक प्रभावशाली होम्योपैथिक औषधि

🌿 लेप्टेंड्रा – परिचय Leptandra एक प्रसिद्ध होम्योपैथिक औषधि है जो Leptandra Virginica नामक पौधे की जड़ से तैयार की जाती है। इसे आम बोलचाल में Black Root कहा जाता है और यह Scrophulariaceae वनस्पति वर्ग से संबंधित है। यह औषधि विशेष रूप से यकृत विकारों, पीलिया, Pancreatitis, और Esophageal Varices जैसी स्थितियों में उपयोगी… पढ़ना जारी रखें लेप्टेंड्रा: यकृत रोगों और काली मल के लिए एक प्रभावशाली होम्योपैथिक औषधि

रतनिया होम्योपैथिक दवा: बवासीर, फिशर और पाचन समस्याओं का प्राकृतिक इलाज

🌿 रतनिया होम्योपैथी मेडिसिन:   रतनिया (Ratanhia), जिसे Krameria triandra पौधे की जड़ों से तैयार किया जाता है, होम्योपैथी में एक प्रमुख औषधि है। यह दवा मुख्यतः बवासीर (Piles), मलद्वार की फिशर (Anal Fissure), पाचन तंत्र की कमजोरी, और गुदा में जलन व खुजली जैसी स्थितियों में राहत देने के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग… पढ़ना जारी रखें रतनिया होम्योपैथिक दवा: बवासीर, फिशर और पाचन समस्याओं का प्राकृतिक इलाज

काले जीरे के बीज से बने होम्योपैथिक टिंचर और डाइल्युशन – निजेला सतीवा के लाभ

🌿 Nigella Sativa (काला जीरा): चमत्कारी औषधीय पौधा और इसका होम्योपैथिक उपयोग परिचय Nigella Sativa, जिसे हिंदी में काला जीरा या कलौंजी कहा जाता है, एक पारंपरिक औषधीय पौधा है जिसे आयुर्वेद, यूनानी और अब होम्योपैथी में भी औषधीय रूप से प्रयोग किया जाता है। इसके बीजों में मौजूद औषधीय गुण इसे कई रोगों के… पढ़ना जारी रखें काले जीरे के बीज से बने होम्योपैथिक टिंचर और डाइल्युशन – निजेला सतीवा के लाभ

हरपैगोफाइटम प्रोकम्बेंस: जोड़ों के दर्द और पाचन सुधार के लिए एक प्रभावशाली होम्योपैथिक उपाय

हरपैगोफाइटम प्रोकम्बेंस (Devil’s Claw): जोड़ों के दर्द और पाचन के लिए होम्योपैथिक समाधान हरपैगोफाइटम प्रोकम्बेंस, जिसे आम बोलचाल में डैविल्स क्लॉ (Devil’s Claw) कहा जाता है, दक्षिण अफ्रीका के मूल क्षेत्र में पाए जाने वाले पौधे की जड़ से तैयार किया गया एक प्रभावशाली होम्योपैथिक टिंचर है। यह औषधि मुख्य रूप से मांसपेशियों, टेंडन्स (tendons),… पढ़ना जारी रखें हरपैगोफाइटम प्रोकम्बेंस: जोड़ों के दर्द और पाचन सुधार के लिए एक प्रभावशाली होम्योपैथिक उपाय

सर्सापरिला: मूत्र रोग, त्वचा विकार और हड्डी के दर्द की प्रभावशाली होम्योपैथिक दवा

सर्सापरिला ऑफिसिनैलिस एक प्रसिद्ध होम्योपैथिक औषधि है जिसे स्माइलेक्स ऑफिसिनैलिस नामक पौधे से तैयार किया जाता है, जिसे आम भाषा में ‘जंगली मुलेठी’ भी कहा जाता है। यह औषधि विशेष रूप से मूत्र संबंधी विकारों जैसे सिस्टाइटिस (मूत्राशय की सूजन), किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) और ब्लैडर स्टोन के उपचार में अत्यंत लाभकारी मानी जाती… पढ़ना जारी रखें सर्सापरिला: मूत्र रोग, त्वचा विकार और हड्डी के दर्द की प्रभावशाली होम्योपैथिक दवा

पपीते (Carica Papaya) से बनी होम्योपैथिक दवा के हैरान कर देने वाले फायदे

पपीता (Carica Papaya) – होम्योपैथी में लाभकारी औषधि सामान्य नाम: पपीता Carica Papaya के कारण और लक्षण Carica Papaya एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा है जो यकृत (लीवर) और प्लीहा (स्प्लीन) के बढ़ने, पीलिया (जॉन्डिस) और अपच जैसी समस्याओं में उपयोगी मानी जाती है। यह प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में भी सहायक मानी जाती है। इस दवा… पढ़ना जारी रखें पपीते (Carica Papaya) से बनी होम्योपैथिक दवा के हैरान कर देने वाले फायदे

धीमे मेटाबॉलिज्म को तेज़ करें – थायरॉइड के लिए आज़माएं फ्यूकस वेसिकुलोसस

क्या आप वजन नियंत्रण और थायराइड स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक समाधान ढूंढ रहे हैं? फूकस वेसिकुलोसस, समुद्री शैवाल से प्राप्त एक होम्योपैथिक दवा, मेटाबोलिज्म बढ़ाने, अतिरिक्त चर्बी घटाने और थायराइड कार्यों को सुधारने में सहायक है। यह मोटापा, धीमी चयापचय दर और गण्डमाला जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए आदर्श है। सुरक्षित, प्राकृतिक… पढ़ना जारी रखें धीमे मेटाबॉलिज्म को तेज़ करें – थायरॉइड के लिए आज़माएं फ्यूकस वेसिकुलोसस

नैट्रम म्यूरिएटिकम होम्योपैथी दवा संकेत, लाभ, खुराक, दुष्प्रभाव

🌿 होम्योपैथी में नैट्रम म्यूर (Natrum Muriaticum) के अद्भुत लाभ! 🌿 💧 पानी की कमी को संतुलित करे – शरीर में डीहाइड्रेशन और सूखी त्वचा को ठीक करने में सहायक। 😔 मानसिक तनाव और डिप्रेशन – दुख, चिंता और अकेले रहने की इच्छा को कम करने में मददगार। 🌞 सिरदर्द और माइग्रेन – खासकर तेज़… पढ़ना जारी रखें नैट्रम म्यूरिएटिकम होम्योपैथी दवा संकेत, लाभ, खुराक, दुष्प्रभाव

बेलाडोना होम्योपैथी: सिरदर्द, बुखार और सूजन के लिए प्राकृतिक उपचार

बेलाडोना एक होम्योपैथिक औषधि है, जिसे डेडली नाइटशेड नामक पौधे से तैयार किया जाता है। यह पौधा प्राकृतिक रूप से ग्रीस, इटली और ब्रिटेन में पाया जाता है। जब यह फूलने की प्रक्रिया में होता है, तब इसे संपूर्ण पौधे से तैयार किया जाता है। बेलाडोना मुख्य रूप से सिरदर्द, गले में खराश, टॉन्सिलाइटिस, खांसी,… पढ़ना जारी रखें बेलाडोना होम्योपैथी: सिरदर्द, बुखार और सूजन के लिए प्राकृतिक उपचार

ब्लैटा ओरिएंटलिस बनाम ब्लैटा अमेरिकाना: होम्योपैथिक दवाओं में अंतर और स्वास्थ्य लाभ

ब्लैटा ओरिएंटलिस और ब्लैटा अमेरिकाना होम्योपैथी दवा में अंतर ब्लैटा ओरिएंटलिस: मुख्य रूप से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन समस्याओं के उपचार में प्रयुक्त। ब्लैटा अमेरिकाना: पीलिया (जॉन्डिस) और शरीर में तरल संचय (ड्रॉप्सी) जैसी स्थितियों के लिए निर्धारित। स्रोत में अंतर: ब्लैटा ओरिएंटलिस भारतीय तिलचट्टे से प्राप्त होती है, जबकि ब्लैटा अमेरिकाना अमेरिकी तिलचट्टे… पढ़ना जारी रखें ब्लैटा ओरिएंटलिस बनाम ब्लैटा अमेरिकाना: होम्योपैथिक दवाओं में अंतर और स्वास्थ्य लाभ