साबल सेरुलाटा होम्योपैथिक दवा – प्रोस्टेट, मूत्र और जठरांत्र स्वास्थ्य के लिए प्रभावी समाधान

साबल सेरुलाटा, प्रोस्टेट बढ़ने, बार-बार पेशाब, कब्ज, और महिला जननांग समस्याओं के लिए एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा। सुरक्षित, प्राकृतिक और असरदार समाधान।

प्रोस्टेट और मूत्र स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक होम्योपैथिक उपचार

साबल सेरुलाटा होम्योपैथिक दवा
साबल सेरुलाटा होम्योपैथिक दवा सॉ पामेटो पौधे के ताजे फलों से बनाई जाती है। यह पुरुषों में बढ़े हुए प्रोस्टेट और प्रोस्टेटाइटिस जैसी समस्याओं के इलाज के लिए सबसे प्रभावी दवाओं में से एक है। इसका मुख्य और प्राथमिक प्रभाव प्रोस्टेट ग्रंथि और मूत्र अंगों, विशेष रूप से मूत्राशय और मूत्रमार्ग पर देखा जाता है। यह दवा महिलाओं के जननांगों, स्तनों, जठरांत्र तंत्र, पीठ और सिर पर भी प्रभाव डालती है।

प्रोस्टेट और मूत्र स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक होम्योपैथिक उपचार

1. पुरुषों की समस्याएं

  • प्रोस्टेट बढ़ना और प्रोस्टेटाइटिस: बढ़े हुए प्रोस्टेट के कारण बार-बार पेशाब आना, पेशाब शुरू करने में कठिनाई, रुक-रुक कर पेशाब होना।
  • वीर्यवाहिनी की सूजन (एपिडिडिमाइटिस): मूत्राशय और प्रोस्टेट की सूजन से संबंधित।
  • नपुंसकता: प्रोस्टेट से जुड़ी समस्याओं के कारण कमजोर इरेक्शन।

2. मूत्र संबंधी समस्याएं

  • रात में बार-बार पेशाब आना।
  • सिस्टाइटिस: बढ़े हुए प्रोस्टेट से जुड़ी मूत्राशय की सूजन।
  • मूत्रमार्ग की रुकावट (यूरेथ्रल स्ट्रिक्चर): पेशाब के दौरान रुकावट।
  • हंसने या मेहनत करने पर अनैच्छिक पेशाब।

3. महिला संबंधी समस्याएं

  • दबा हुआ मासिक धर्म और डिंबग्रंथि (ओवरी) में दर्द, जो जांघों तक फैलता है।
  • कामेच्छा में कमी और यौन विकृतियां।
  • अधूरे विकसित स्तन।
  • तीव्र, चुभने वाले दर्द के साथ सूजे हुए, कोमल स्तन।

4. जठरांत्र तंत्र की समस्याएं

  • पेट में ऐंठन जैसा दर्द, जो पैरों तक फैल सकता है।
  • गैस्ट्राइटिस: पेट में जलन के साथ गैस्ट्राइटिस।
  • कब्ज: प्रोस्टेट बढ़ने के कारण।

प्रमुख लक्षणों की स्थिति

  • बिगड़ने वाले कारक: सुबह जल्दी, सोने के समय, ठंडे/गीले या बादल वाले मौसम में और दूसरों की सहानुभूति से।
  • सुधारने वाले कारक: अच्छी नींद के बाद।

साबल सेरुलाटा प्रोस्टेट और मूत्र संबंधी समस्याओं, महिला जननांग विकारों और गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी होम्योपैथिक उपाय है।

खुराक – औषधीय खुराक इस बात पर निर्भर करती है कि स्थिति तीव्र है या पुरानी। (गोलियाँ) वयस्क और 2 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चे: राहत मिलने तक या चिकित्सक के निर्देशानुसार दिन में 3 बार जीभ के नीचे 4 गोलियाँ घोलें। (बूंदें): सामान्य खुराक एक चम्मच पानी में दिन में 2-3 बार 3-4 बूंदें हैं। स्थितियों के आधार पर खुराक भिन्न हो सकती है। दवाएँ लेने से पहले हमेशा होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लें

साबल सेरुलाटा मदर टिंचर, डाइल्यूशन, विशेष फॉर्मूलेशन और औषधीय गोलियों में उपलब्ध है

दुष्प्रभाव – कोई ज्ञात प्रतिकूल संकेत नहीं। हालाँकि शक्ति और उपचार के लिए होम्योपैथी डॉक्टर से परामर्श लें

 

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