बैसिलस कोली एक होम्योपैथिक नोसोड है; यह बैक्टीरिया ई.कोली या कोलीबैसिलिनम के उपभेदों से तैयार किया जाता है। डॉक्टर इसे बार-बार होने वाले सिस्टिटिस और मूत्र पथ के संक्रमण और दाद और टिनिया वर्सीकोलर आदि जैसे फंगल संक्रमण के इलाज में उपयोगी पाते हैं। मटेरिया मेडिका के संकेत, खुराक और बहुत कुछ जानें।

कोलिबैसिलिनम होम्योपैथी दवा के बारे में जानकारी
स्रोत (Source): कोलिबैसिलिनम, होम्योपैथिक दवा, ई-कोलाई बैक्टीरिया से तैयार की जाती है। ई-कोलाई आमतौर पर आंतों में पाया जाने वाला एक प्रकार का बैक्टीरिया है।
अन्य नाम (Also Known As): यह दवा बैसिलस कोलाई, ई.कोलाई, के नाम से ही जानी जाती है।
नैदानिक संकेत (Clinical Indications): कोलीबैसिलिनम का प्रयोग मुख्य रूप से मूत्र पथ के संक्रमण, बार-बार होने वाले गुर्दे की समस्याओं, पेट की समस्याओं, और आंतों के संक्रमणों में किया जाता है। यह मूत्राशय और गुर्दे की बीमारियों में भी सहायक होती है।
स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits):
मूत्र संक्रमण: कोलिबैसिलिनम मूत्र पथ के संक्रमणों में उपयोगी होती है, विशेषकर जब ये संक्रमण ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होते हैं।
आंतों के संक्रमण: यह दवा आंतों के विभिन्न प्रकार के संक्रमणों, जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन्स में भी प्रभावी हो सकती है।
गुर्दे के संक्रमण: गुर्दे और मूत्राशय संबंधित संक्रमणों मेंभी यह दवा उपयोगी हो सकती है।
मटेरिया मेडिका जानकारी (Materia Medica Information):
मटेरिया मेडिका में कोलिबैसिलिनम को एक पोटेंट एंटी-इंफेक्टिव एजेंट के रूप में दर्शाया गया है जो बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स के खिलाफ प्रभावी होता है। इसका उपयोग विशेष रूप से उन संक्रमणों में किया जाता है जिनका स्रोत ई-कोलाई बैक्टीरिया होता है।
खुराक – औषधीय खुराक इस बात पर निर्भर करती है कि स्थिति तीव्र है या पुरानी। (गोलियाँ) वयस्क और 2 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चे: राहत मिलने तक या चिकित्सक के निर्देशानुसार दिन में 3 बार जीभ के नीचे 4 गोलियाँ घोलें। (बूंदें): सामान्य खुराक एक चम्मच पानी में दिन में 2-3 बार 3-4 बूंदें हैं। स्थितियों के आधार पर खुराक भिन्न हो सकती है। दवाएँ लेने से पहले हमेशा होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लें
कोलीबैसिलिनम डाइल्यूशन, विशेष फॉर्मूलेशन और औषधीय गोलियों में उपलब्ध है
दुष्प्रभाव – कोई ज्ञात प्रतिकूल संकेत नहीं। हालाँकि शक्ति और उपचार के लिए होम्योपैथी डॉक्टर से परामर्श लें

